
Microsoft का Windows ऑपरेटिंग सिस्टम दुनियाभर के कंप्यूटर और लैपटॉप में इस्तेमाल किया जाता है। लेटेस्ट जानकारी के मुताबिक, अब कंपनी विंडोज के लेटेस्ट वर्जन पर काम करेगा, जिसका फोकस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और स्ट्रांग सिक्योरिटी पर होगी। साथ ही विंडोज को जल्द-जल्द अपडेट भी सिया जाएगा। इसका नाम CorePC हो सकता है और इसमें अलग-अलग डिवाइस के लिए बेहतर एफिसिएंसी तैयार करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही इसमें कुछ ऐप्स प्री इंस्टॉल मिलेंगे, जो माइक्रोसॉफ्ट के ऐप्स हैं।
यह प्लेटफॉर्म ठीक IOS और Android ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह काम करेगा। माइक्रोसॉफ्ट अलग -अलग पार्टिशियन को डाउन करना शुरू करेगी। मोबाइल ओएस की तरह अपडेट करने का मकसद प्लेटफॉर्म को अपडेट टू डेट रखना है और नए-नए फीचर्स को शामिल करना है। तेजी से अपडेट होने की वजह से मैलवेयर सिस्टम को संक्रमित नहीं कर पाएंगे।
माइक्रोसॉफ्ट का प्लान है कि वह विंडोज सपोर्ट के अलग-अलग एडिशन तैयार करे और उन्हें यूजर्स तक पहुंचाना है। विंडोज द्वारा तैयार होने वाले ये लेटेस्ट वर्जन अलग-अलग हार्डवेयर के मद्देनजर तैयार किए जाएंगे। उदाहरण के रूप में समझें तो एजुकेशन के लिए बेस्ड प्रोडक्ट में लाइट फुटप्रिंट का इस्तेमाल किया जाएगा, जैसे ChromeOS और जिस पर सिर्फ एज ब्राउजर, वेब ऐप्स, ऑफिस और एम्युलेटेड एंड्रॉयड ऐप्स काम करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट के इस अपकमिंग प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जाता है तो उसमें AI फीचर्स के साथ आने वाले ढेरों एक्सटेंशन देखने को मिलेंगे। इसके बाद यूजर्स बड़ी ही आसानी से अपनी डिवाइस को यूटिलाइज कर सकेगा।
CorePC एक फुली फ्लैज विंडोज सिस्टम है, जो विंडोज 11 डेस्कटॉप में मिलने वाले फीचर्स के साथ दस्तक देगा। आगे बताते चलें कि माइक्रोसॉफ्ट का यह CorePC सिस्टम का मुकाबला Apple Silicon के साथ होगा। इसकी मदद से यूजर्स को ऑपरेटिंग सिस्टम की परफोर्मेंस बढ़ाने का ऑप्शन मिलेगा। हालांकि अभी इसके बारे में कंपनी की तरफ से ऑफिशियल जानकारी आना बाकी है।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Rohit Kumar
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