Written By Mona Dixit
Published By: Mona Dixit | Published: Oct 02, 2024, 10:38 AM (IST)
ईरान और इजरायल के बीच पिछले काफी समय से तनाव चल रहा है। ईरान ने इजरायल पर सैंकड़ों बैलिस्टिक मिसायल से जवाबी हमला किया। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का कहना है कि ये हमला इस्माइल हानिया और हसन नसरल्लाह की मौत का बदला है। इजरायल के पारवफुल मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने ईरान की तरफ से दागी गई ज्यादातर मिसाइलों का हवा में ही मार गिराया। इसमें इजरायल के तीन डिफेंस सिस्टम ने उसका साथ दिया है। आइये, इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।
ईरान की तरफ से इजरायल की ओर 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी गईं थी। इनमें से ज्यादातर मिसाइलें इंटरसेप्ट कर दी गईं थी। हालांकि, कुछ मिसाइलों ने इजरायल को काफी नुकसान भी पहुंचाया।
अप्रैल, 2024 में पहली बार ईरान ने इजरायल पर सीधा हमला किया था। उस समय भी 200 के करीब ड्रोन और मिसाइल दागी गई थीं। तब इजरायल ने 99 प्रतिशत ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही खत्न कर दिया था। इजरायल के पास 3 पावरफुल डिफेंस सिस्टम है।
इसमें एक आयरन डोम, arrow सिस्टम और डेविड स्लिंग शामिल है। आयरन डोम को इजरायल का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच कहा जाता है। यह कुछ ही सेकेंड में रॉकेट और मिसायल की दिशा भांप कर उन्हें हवा में खत्म कर सकता है।
ये सिस्टम खुद से पता लगा लेता है कि मिसाइल रिहायशी इलाकों में गिरने वाली है या नहीं। अगर मिसाइलें रिहायशी इलाकों में गिरने वाली होती हैं तो यह उन्हें बीच हवा में मार गिराता है। इसके हर इंटरसेप्टर की कीमत लगभग 1.5 लाख डॉलर बताई जाती है।
इजरायल के पास बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम डेविड्स स्लिंग भी है। इसकी रेंज आयरन डोम से चार गुना से भी ज्यादा है। डेविड्स स्लिंग बैलिस्टिक मिसाइलों, बड़े-कैलिबर रॉकेट और क्रूज मिसाइलों से सुरक्षा करता है। यह मिसाइल एक पूरी इमारत को खत्म करने योग्य विस्फोटक ले जाने में सक्षम है।
डेविड स्लिंग की रेंज 300 किलोमीटर से ज्यादा है। इसका इंटरसेप्टर 4.6 मीटर लंबी मिसाइल है। इसमें कोई वारहेड नहीं है, लेकिन यह सीधे लक्ष्य पर हमला करके उसे खत्म कर देता है।
इजरायल का एरो सिस्टम सबसे पावरफुल माना जाता है। इसे दो मिसाइल सिस्टम से मिलकर बनाया गया है। Arrow 2 की रेंज 100 किलोमाटर और Arrow 3 की रेंज 2400 किलोमीटर है। इजरायल के एयरस्पेस में घुसने से पहले ही यह बैलिस्टिक मिसाइलों को इजरायल को तबाह कर देता है। इसकी रेंज 2400 किलोमीटर है, जबकि इजरायल के आयरन डोम की रेंज 70 किलोमीटर ही है।
ईरान की बात करें तो रिपोर्ट के अनुसार, इजारइल को Op Honest Promise 2 में टार्गेट करने के लिए ईरान ने Fattah-2 का यूज किया था। iranpress.com की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने पहली बार अपने कब्जे वाले इलाकों के खिलाफ अपनी एडवांस Fattah hypersonic मिसाइल लॉन्च की थी। इस अभूतपूर्व अभियान में सैकड़ों मिसाइलों का यूज किया गया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो IRGC के अनुसार, ईरान ने इजरायल पर अपने हमलों के दौरान पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइलों का यूज किया था। इजरायली रडार को बायपास करने के लिए हमले में फत्ताह-2 हाइपरसोनिक मिसाइलों का यूज किया गया। हाइपरसोनिक मिसाइलें हवा की स्पीड से पांच से 25 गुना तक कहीं भी उड़ सकती हैं। तेहरान ने अपनी पहली ऐसी मिसाइल- फत्ताह-1′- पिछले साल जून में और ‘फत्ताह-2’ नवंबर में दिखाई थी। आईआरजीसी का दावा है कि ‘ऑपरेशन, ऑनेस्ट प्रॉमिस 2’ में यूज की गई 80-90% मिसाइलों ने अपने लक्ष्यों को भेदा।