
Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Jul 15, 2025, 11:29 AM (IST)
Google new OS
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गूगल एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम लाने की तैयारी कर रहा है, जो कि Android और ChromeOS का मिलाजुला वर्जन होगा। कंपनी का मकसद इस हाइब्रिड सिस्टम के जरिए लैपटॉप और टैबलेट यूजर्स को बेहतर एक्सपीरियंस देना है। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के Android इकोसिस्टम के प्रेसिडेंट ने एक इंटरव्यू में बताया कि यह प्लेटफॉर्म खासतौर पर बड़ी स्क्रीन और मल्टीटास्किंग को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। इससे गूगल को Apple के iPadOS को टक्कर देने में मदद मिलेगी। और पढें: अंडमान और निकोबार आइलैंड बनेगा ग्लोबल इंटरनेट हब, अश्विनी वैष्णव ने किया बड़ा ऐलान
गूगल इस सिस्टम के जरिए लैपटॉप और टैबलेट के लिए एक समान ऑपरेटिंग सिस्टम लाने का प्रयास कर रहा है, ताकि डेवलपर्स को ऐप बनाने में आसानी हो और यूजर्स को एकसमान एक्सपीरियंस मिले। अभी तक Android और ChromeOS अलग-अलग डिवाइस पर चलते थे, जिससे डेवलपर्स को अलग-अलग सिस्टम के लिए ऐप तैयार करनी पड़ती थी। लेकिन अब अगर दोनों सिस्टम एक हो जाते हैं, तो गूगल की टीम को एक ही दिशा में काम करने में आसानी होगी और सभी डिवाइस पर एक जैसा फीचर मिल सकेगा। और पढें: Google का भारत में बड़ा कदम, आंध्र प्रदेश में बनाएगा AI हब और डेटा सेंटर
The Android ChromeOS merger is official, but I won’t expect anything anytime soon.
Samsung is going to play a big part. After seeing how DeX is the foundation of Android 16 Desktop Mode,
I see how this’ll go down exactly.
Galaxy Tab will be the future of Galaxy Book Edge. They… pic.twitter.com/o6nuvdWFnI
— Fadhel (@LAFadhel) July 14, 2025
नए सिस्टम में मल्टीटास्किंग जैसे स्मार्ट फीचर्स होने की उम्मीद है, जैसे कि एक साथ दो या ज्यादा ऐप चलाना, स्क्रीन स्प्लिट करना और टैबलेट से कॉल या मैसेज का जवाब देना। Apple के iPadOS की तरह ही गूगल भी यूजर्स को स्मार्ट और फ्लेक्सिबल एक्सपीरियंस देना चाहता है। इससे लैपटॉप और टैबलेट दोनों पर काम करना आसान हो जाएगा, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो पढ़ाई, ऑफिस या क्रिएटिव वर्क के लिए इन डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।
यह बदलाव सिर्फ मोबाइल या लैपटॉप यूजर्स के लिए ही नहीं, बल्कि ऐप बनाने वाली कंपनियों और डेवलपर्स के लिए भी फायदेमंद होगा। क्योंकि अगर एक ही ऑपरेटिंग सिस्टम होगा, तो ऐप बनाना आसान हो जाएगा। इससे ज्यादा लोग उन ऐप्स को इस्तेमाल कर पाएंगे। कंपनियों की कमाई भी बढ़ेगी और यूजर्स को बेहतर और अपनी जरूरत के हिसाब से बनी ऐप्स मिलेंगी। नवंबर 2024 में भी खबर आई थी कि गूगल एक ऐसा नया सिस्टम बनाने की तैयारी कर रहा है, जिसमें Android और ChromeOS को मिलाकर एक ही प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। अब सबकी नजरें इस पर हैं कि गूगल इसे कब लॉन्च करता है।