
Cyber Awareness Month: सरकार अक्टूबर को साइबर अवेयरनेस महीने के तौर पर मना रही है। इस दौरान ऑनलाइन रहने वाले यूजर्स के लिए सरकार ने कुछ चेतावनी जारी की है, ताकि वो साइबर क्राइम का शिकार होने से बच सके। आज के डिजिटल वर्ल्ड में साइबर अपराधी यानी हैकर्स ई-मेल, मैसेज, कॉल के जरिए टारगेट करते हैं। हमारी छोटी सी गलती उनको साइबर क्राइम करने का बड़ा मौका दे देते हैं। ऐसे में हमें डिजिटल वर्ल्ड में कुछ बातों को ध्यान रखना चाहिए। हम अगर इन सावधानियों को बरतेंगे तो डिजिटल दुनिया में साइबर अपराधियों से बच सकते हैं। सरकार की कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने लोगों को साइबर अटैक से बचने के तरीके बताए हैं।
CERT-In ने लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि किसी भी तरह के अर्जेंसी वाले मैसेज या चेतावनी वाले जाल में नहीं फंसना चाहिए। साइबर अपराधी लोगों को बैंकिंग, मोबाइल या फिर लोन के नाम पर चेतावनी वाले मैसेज भेजकर उनको अपने जाल में फंसाते हैं और फ्रॉड को अंजाम देते हैं। केन्द्रीय एजेंसी ने बताया कि साइबर अपराधी कुछ ट्रिक्स अपनाकर यूजर्स को अपने जाल में फंसाते हैं, ताकि उनकी निजी जानकारियां इकट्ठा की जा सके।
साइबर अपराधी लोगों को ई-मेल और मैसेज के जरिए बैंक डिटेल अपडेट करने के लिए कहते हैं। मैसेज में निजी जानकारी को तत्काल अपडेट करने के लिए कहा जाता है, नहीं तो उनका अकाउंट बंद हो जाएगा या फिर डेबिट या क्रेडिट कार्ड ब्लॉक हो जाएगा। आम यूजर्स मैसेज देखकर डर जाते हैं और दिए लिंक पर क्लिक करते हैं। इसके बाद उनकी निजी जानकारी साइबर अपराधियों के हाथ लग जाती है और फ्रॉड को अंजाम दिया जाता है। मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक करने के बाद साइबर अपराधियों की वेबसाइट पर आपकी निजी जानकारी पहुंच जाती है।
CERT-In is observing’National Cyber Security Awareness Month Oct 2023′
“Secure Our World”
“Security is not an option but a priority”@GoI_MeitY @_DigitalIndia #NCSAM2023 #CyberSecurityAwareness #IndianCERT #CyberSwachhtaKendra #CSK #SecureOurWorld pic.twitter.com/28Kwhz5xOv— CERT-In (@IndianCERT) October 17, 2023
साइबर अपराधी KYC अपडेट करने के नाम पर भी लोगों को फर्जी लिंक भेजते हैं और उनकी निजी जानकारियां इकट्ठा कर लेते हैं और साइबर अपराध को अंजाम देते हैं।
ई-मेल या मैसेज के जरिए लोगों को फ्री-गिफ्ट का लालच दिया जाता है। इसके लिए लोगों को लिंक भेजे जाते हैं और निजी जानकारी जैसे कि फोन नंबर, पता, ई-मेल अड्रेस, बैंक अकाउंट आदि की जानकारी मांगी जाती है। यूजर्स साइबर अपराधियों के झांसे में आकर ये जानकारियां भर देते हैं और फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।
CERT-In ने कहा कि इस तरह के किसी भी ई-मेल या मैसेज को इग्नोर करें। बैंक डिटेल्स आदि को अपडेट करने के लिए यूजर्स नजदीकी ब्रांच जा सकते हैं। किसी भी लिंक और अटेचमेंट को ओपन न करें अगर वो किसी अनजान नंबर या ई-मेल अड्रेस से आए हो।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Harshit Harsh
Select Language