
WhatsApp Pink फर्जी ऐप के जरिए करोड़ों यूजर्स को टारगेट किया जा रहा है। व्हाट्सऐप का यह फर्जी ऐप यूजर्स के निजी यानी पर्सनल डेटा की चोरी कर रहा है। साइबर अपराधी WhatsApp Pink नाम के ऐप को यूजर्स से डाउनलोड करने के लिए कह रहे हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस पिंक व्हाट्सऐप में मौजूदा ऐप के मुकाबले कई एडवांस फीचर्स मिलेंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे इस फर्जी ऐप के लिंक पर क्लिक करने से यह यूजर के स्मार्टफोन में डाउनलोड हो जाता है। ऐप डाउनलोड होने के बाद यह बैकग्राउंड में यूजर्स की निजी जानकारियां साइबर अपराधियों को भेजता रहता है।
WhatsApp Pink ऐप लिंक से जुड़े वायरल हो रहे मैसेज पर मुंबई पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों को इससे होने वाले स्कैम से बचने के लिए कहा है। साथ ही, मुंबई पुलिस ने इस फर्जी ऐप से हो रहे स्कैम को विस्तार से बताया है। पुलिस के मुताबिक, स्कैमर्स वायरल मैसेज को यूजर्स को भेज रहा है, जिसमें ऐप को अपग्रेड करने का लिंक दिया रहता है।
जैसे ही यूजर स्कैमर द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करते हैं, उनके स्मार्टफोन या टैबलेट में एक ऐप इंस्टॉल हो जाता है। यह ऐप यूजर के स्मार्टफोन के कॉन्टैट को अवैध तरीके से एक्सेस करता है। साथ ही, निजी डिटेल्स, फोटोज, वीडियोज, फोन नंबर आदि को स्कैमर्स को भेजता है।
Author Name | Harshit Harsh
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