
एक स्मार्टफोन में ढेरों प्रकार और अलग-अलग सुविधा देने वाले ऐप्स होते हैं। इन ऐप्स को हम इंस्टॉल कर लेते हैं और कई बार कुछ ऐप्स को अनजाने में इंस्टॉल कर लेते हैं। लेकिन क्या सभी ऐप्स को सभी प्रकार की परमिशन देना जरूरी है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपने फोन में इंस्टॉल होने वाले ऐप्स की परमिशन चेक कर सकते हैं और कैसे उन्हें रोक सकते हैं।
Smartphone में मौजूद किसी भी ऐप्स को गैर जरूरी परमिशन को देने से बचना चाहिए। इसके लिए Android Apps में सेटिंग्स का लिकल्प दिया गया है, जहां परमिशन को चेक कर सकते हैं। इसके लिए ज्यादा तकनीकी ज्ञान की जरूरत नहीं है।
स्मार्टफोन में ऐप्स की परमिशन चेक करने के लिए यूजर्स को मोबाइल की सेटिंग्स में जाना होगा। इसके बाद ऐप्स परमिशन के विकल्प पर पहुंचना होगा। हर एक मोबाइल में यह परमिशन अलग-अलग स्थान पर मौजूद हो सकते हैं।
सैमसंग गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा में जब हमने इस फीचर को इस्तेमाल किया तो उस स्मार्टफोन में ऐप्स के अंदर दिए गए परमिशन मैनेजर पर गए। वहां कॉल, कॉन्टैक्ट और लोकेशन समेत ढेरों कैटेगरी नजर आईं। इसमें किसी भी कैटेगरी को सिलेक्ट करके यूजर्स चेक कर सकते हैं, उसके एक्सेस की परमिशन किस के पास है।
टैक्स्ट मैसेज की परमिशन गिनती के ऐप्स को देना चाहिए क्योंकि कई बार गैर जरूरी ऐप्स टेक्स्ट मैसेज की परमिशन ले लेते हैं। अगर वे ऐप्स हैकर द्वारा भेजे गए हैं और वे आपके टेक्स्ट मैसेज की परमिशन ले लेते हैं तो वे ओटीपी को भी एक्सेस कर सकते हैं।
अक्सर कई ऐप्स स्मार्टफोन में इंस्टॉल होने के प्रोसेस में कुछ ऐसी परमिशन भी मांग लेते हैं, जिससे यूजर्स को कोई खास फायदा नहीं होता है। इसलिए जरूरी है कि यूजर्स स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाकर ऐप्स की परमिशन को चेक कर सकता है। गैर जरूरी परमिशन को एक्सेस करने वाले ऐप्स रोक दें या फिर उसे अनइंस्टॉल कर दें।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Avanish Upadhyay
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