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इन तरीकों से मिनटों में पता करें होटल रूम में कहां कैमरा है, 90% लोग नहीं जानते ये सीक्रेट ट्रिक्स!

आपके होटल या PG रूम में हिडन कैमरा हो सकता है, प्राइवेसी की सुरक्षा आजकल बेहद जरूरी हो गई है। कभी-कभी कमरे में ऐसे कैमरे छिपाए जाते हैं जो आपकी निजी जिंदगी पर नजर रख सकते हैं, तो कैसे मिनटों में पता करें कि रूम में कोई कैमरा है या नहीं? आइए जानते हैं...

Published By: Ashutosh Ojha | Published: Sep 26, 2025, 07:01 PM (IST)

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आजकल प्राइवेसी हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। अक्सर आपने यह सुना होगा कि होटल रूम, गेस्ट हाउस या PG रूम में हिडन कैमरा फिट कर दिए जाते हैं। ऐसे मामलों ने लोगों को और भी सतर्क बना दिया है। होटल रूम वह जगह है जहां कोई भी व्यक्ति खुद को सुरक्षित और आरामदायक महसूस करना चाहता है, लेकिन अगर वहां हिडन कैमरा हो तो यह न केवल प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ है बल्कि कानून का उल्लंघन भी है। कई बार पुलिस और मीडिया रिपोर्ट्स में यह सामने आया है कि होटलों में गुप्त कैमरे पाए गए। ऐसे में जरूरी है कि जब भी आप किसी नए होटल या रूम में जाएं, तो वहां की जांच अच्छे से करें और सुनिश्चित कर लें कि कहीं कोई कैमरा आपकी नजरों से ओझल तो नहीं है।

कमरे में रखी चीजों को देखकर कैसे करें कैमरा डिटेक्ट?

सबसे आसान तरीका है कि आप कमरे में रखी चीजों को ध्यान से देखें। स्मोक डिटेक्टर, दीवार पर लगी घड़ी, बिजली का सॉकेट, टीवी, एयर कंडीशनर के वेंट और दीवार की सजावट को गौर से जांचें। अगर इनमें से कोई चीज आपको अजीब या असामान्य लगे तो उसे पास जाकर जरूर चेक करें। अक्सर हिडन कैमरे अलार्म वाली घड़ियों, चार्जर या सजावटी चीजों के अंदर छिपाए जाते हैं। इसके अलावा, आप कमरे में आने के बाद Wi-Fi सेटिंग भी चेक कर सकते हैं। अधिकतर हिडन कैमरे इंटरनेट से जुड़े होते हैं। अगर आपके फोन पर कोई अनजान डिवाइस का नाम या अजीब कोड दिखाई दे, तो सतर्क हो जाएं। इसके लिए खास मोबाइल ऐप भी मौजूद हैं, जो नेटवर्क से जुड़े डिवाइस की पूरी लिस्ट दिखाते हैं।

टॉर्च और शीशे से कैसे पकड़ें छुपा हुआ कैमरा?

हिडन कैमरा पकड़ने का एक और असरदार तरीका है टॉर्च टेस्ट। जब आप कमरे में एंट्री करें तो थोड़ी देर के लिए लाइट बंद करें और टॉर्च जलाकर चारों ओर देखें। कैमरे के लेंस से अक्सर हल्की सी रोशनी झलकती है। शीशे और कमरे के कोनों को ध्यान से चेक करें। खासतौर पर शीशे के पीछे कैमरा छिपा हो सकता है। इसे जांचने के लिए अपनी उंगली शीशे पर रखें। अगर आपकी उंगली और उसके रिफ्लेक्शन के बीच गैप दिखता है तो शीशा सामान्य है, लेकिन अगर गैप न दिखे तो यह टू-वे मिरर हो सकता है, जिसके पीछे कैमरा छिपा होने की संभावना रहती है। इसके अलावा, आप मोबाइल कैमरे से अंधेरे में कमरे को स्कैन करें। कई हिडन कैमरे इंफ्रारेड (IR) लाइट छोड़ते हैं, जो फोन के कैमरे से चमकती हुई दिखाई दे सकती है।

रेडियो फ्रीक्वेंसी डिटेक्टर से कैसे मिलेगी पूरी सुरक्षा?

अगर आप और ज्यादा सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) डिटेक्टर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह डिवाइस छुपे हुए कैमरों और माइक्रोफोनों से निकलने वाले सिग्नल को पकड़ लेता है। इसे कमरे में घुमाने पर अगर बीप की आवाज आए या लाइट टिमटिमाए, तो समझ जाएं कि वहां कोई संदिग्ध डिवाइस मौजूद है। इन सभी तरीकों को अपनाकर आप अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखें, होटल या PG रूम में रहते समय लापरवाही महंगी पड़ सकती है। सतर्क रहें, सही जांच करें और जहां भी आपको शक हो तुरंत होटल मैनेजमेंट या पुलिस को जानकारी दें।