
DoT (दूरसंचार विभाग) ने सर्विस क्वालिटी सुधारने के लिए TRAI को सख्त नियम बनाने का आदेश जारी किया है। इसके लिए दूरसंचार नियामक ने टेलीकॉम कंपनियों के साथ एक बैठक बुलाई है, जिसमें कॉल ड्रॉप्स और कॉल क्वालिटी वाले मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। 5G लॉन्च के बाद से कई शहरों में यूजर्स कॉल ड्रॉप्स की समस्या से परेशान हैं। कई यूजर्स ने इसके बारे में दूरसंचार विभाग से शिकायत की है। यूजर्स की शिकायत पर DoT ने TRAI को इससे संबंधित सख्त नियम बनाने के आदेश किए हैं।
इसके अलावा ट्राई (TRAI) ने अनचाहे कॉल्स, प्रमोशनल मार्केटिंग कैंपेन और टेलीमार्केटर्स के अनियंत्रित कॉल्स को लेकर भी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नियामक ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को अपने आदेश में कहा है कि वो रजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स के हेडर्स और मैसेज टेम्पलेट की जांच करें। इसके लिए वो डिस्ट्रीब्यूटेड टेजर टेक्नोलॉजी (DLT) प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें और असत्यापित हेडर्स और मैसेज वाले कॉल्स को 30 से 60 दिनों के अंदर ब्लॉक करें। TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को जारी किए गए आदेश में कहा है कि नियामक ने ऐसे कई हेडर्स और मैसेज टेम्पलेट्स चेक किए हैं, जो टेलीमार्केटर्स द्वारा मिसयूज किए जा रहे हैं।
दूरसंचार विभाग और नियामक ने 2021 में ब्लॉक चेन बेस्ड DLT (डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी) आधारित प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था। इसका मुख्य लक्ष्य फोन यूजर्स को 10-डिजिट वाले मोबाइल नंबर से प्रमोशनल मैसेज और कॉल्स न मिले। कोई भी टेलीमार्केटर अगर यूजर्स को मोबाइल नंबर से प्रमोशनल कॉल करेंगे तो इसके लिए KYC प्रक्रिया पूरी करनी अनिवार्य थी। साथ ही, टेलीमार्केटर्स को इसके लिए हेडर और मैसेज टेम्पलेट्स रजिस्टर और वेरिफाई कराना जरूरी है।
TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों Airtel, Jio, Vi और BSNL के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में सर्विस क्वालिटी को बेहतर करने के साथ-साथ, 5G के लिए बेंचमार्क और टेलीमार्केटिंग कॉल्स पर बातचीत होगी। DoT के इस आदेश का फायदा देश के 100 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स को मिलेगा। टेलीकॉम कंपनियां कॉल ड्रॉप्स की समस्या और बेहतर कॉल क्वालिटी के लिए अपना प्लान नियामक के सामने रखेंगे।
कई मोबाइल यूजर्स ने TRAI और DoT को शिकायत करते हुए कहा कि 5G लॉन्च होने के बाद से उन्हें पहले के मुकाबले ज्यादा कॉल ड्रॉप्स की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। 5G लॉन्च होने के बाद यूजर्स को उम्मीद थी कि उन्हें बेहतर कनेक्टिविटी और इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। देश के 200 से ज्यादा शहरों में 5G सर्विस लॉन्च होने के बावजूद यूजर्स कॉल ड्रॉप्स और कॉल कनेक्टिविटी की समस्या से जूझ रहे हैं।
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