Written By Ajay Verma
Published By: Ajay Verma | Published: Sep 18, 2024, 10:42 AM (IST)
Pager Blast: लेबनान की राजधानी बेरूत में पेजर (Pager) में ब्लास्ट होने की वजह से सड़कों पर हड़कम मच गया। इसमें आतंकी ग्रुप हिजबुल्लाह के लड़ाकों समेत 8 लोगों की मौत हो गई और 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए। यही कारण है कि अब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पेजर चर्चा का विषय बन गया है। ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हैं कि पेजर क्या होता है और कैसे काम करता है, इसके ब्लास्ट होने के पीछे क्या कारण है, तो इन सब सवाल का जवाब आपको हमारी इस खबर में मिलेगा।
पेजर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। इसका इस्तेमाल मैसेज भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसे कम्युनिकेशन का सबसे भरोसेमंद माध्यम माना गया है। यह 1985 से 1990 के दशक में बहुत पॉपुलर था। इसका इस्तेमाल डॉक्टर से लेकर इमरजेंसी सर्विस के प्रोफेशनल्स तक किया करते थे।
Pager रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करता है। यह डिवाइस मैसेज भेजने के लिए उस नेटवर्क को कैच करता है, जिस पर मैसेज पहुंचाना है। इसके लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ती है। इसकी बैटरी भी लंबी चलती है। इसका इस्तेमाल उन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था, जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं होता था।
भारत में पेजर को 1995 के दशक में पेश किया गया। कई कंपनियों ने पेजर सेवाएं प्रदान करना शुरू किया। शुरुआती दौर में, पेजर का उपयोग बिजनेस और चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे अधिक हुआ। समय के साथ, पेजर्स ने लोगों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल की, मगर फोन आने के बाद इसकी पॉपुलैरिटी कम हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो लेबनान में पेजर के विस्फोट उन इलाकों में हुए हैं, जहां हिज़्बुल्लाह मजबूत स्थिति में है। इन पेजर का मॉडल नंबर AR-924 है और लेबनान पहुंचने से पहले इनके साथ छेड़छाड़ की गई, जिसके पीछे इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ बताया जा रहा है।
रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि पेजर में विस्फोटक कॉम्पोनेंट लगे थे, जो स्पेसिफिक कोड के आते ही ब्लास्ट हो गए। हालांकि, इजरायल या फिर उसकी सेना की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।