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Gaganyaan Mission में ISRO को मिलेगा NASA का साथ! मिलकर लॉन्च करेंगे NISAR सैटेलाइट

NASA और ISRO मिलकर NISAR सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी में है। इसके अलावा नासा भारतीय स्पेस एजेंसी को अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन स्थापित करने में मदद करेगा। इसके अलावा इसरो के गगनयान मिशन के लिए भी नासा सहयोग कर सकता है।

Published By: Harshit Harsh | Published: Nov 29, 2023, 12:25 PM (IST)

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Highlights

  • NASA और ISRO मिलकर NISAR सैटेलाइट लॉन्च करेंगे।
  • इस सैटेलाइट को अगले साल की पहली तिमाही में लॉन्च किया जाएगा।
  • इसके अलावा नासा भारत को स्पेस स्टेशन स्थापित करने में भी मदद करेगा।
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NASA (National Aeronautics and Space Administration) के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। बिल नेल्सन ने बताया कि NASA और भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO मिलकर भारतीय अंतरिक्षयात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजने की योजना पर काम कर रहे हैं। 2024 के आखिर तक भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजे जाएंगे। इसके अलावा NASA और ISRO साथ मिलकर NISAR सैटेलाइट को अगले साल की पहली तिमाही में लॉन्च करेंगे। यह सैटेलाइट इन दोनों स्पेस एजेंसियों के बीच स्टेट-ऑफ-द-ऑर्ट ज्वॉइंट वेंचर के तहत लॉन्च किया जाएगा। news और पढें: Gaganyaan Mission में इंसान से पहले ‘हाफ-ह्यूमनॉइड Vyommitra’ जाएगा अंतरिक्ष में, क्या है इसके पीछे ISRO का मास्टरप्लान?

गगनयान मिशन में मदद करेगा NASA?

नासा इसके अलावा इसरो के बहुप्रतीक्षित गगनयान मिशन में भी मदद कर सकता है। बिल नेल्सन ने इस सिलसिले में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ मुलाकात की है और दोनों देश के बीच अंतरिक्ष सेक्टर की साझेदारी को और मजबूत करने का फैसला किया है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि ISRO इस समय NASA से हाइपर वेलोसिटी इम्पैक्ट टेस्ट (HVIT) को गगनयान मिशन के टेस्टिंग मॉड्यूल माइक्रोमेट्रियॉड और ऑर्बिटल डेब्रिस (MMOD) प्रोटेक्शन शील्ड के लिए संभावनाएं तलाश रहा है। news और पढें: Elon Musk और Jeff Bezos के साथ मिलकर NASA बना रहा है अनोखी टेक्नोलॉजी, अब अंतरिक्ष में रॉकेट उड़ते-उड़ते भरवाएंगे Fuel?

इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने बिल नेल्सन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रस्ताव पर भी बात की, जिसमें भारतीय अंतरिक्षयात्री को अगले साल के आखिर तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भेजने की बात कही गई थी। भारत के किस अंतरिक्षयात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजा जाएगा इसका चुनाव ISRO करेगा। NASA इसका चुनाव नहीं करेगा। news और पढें: ISRO का बड़ा कारनामा, GSLV-F15 के साथ NVS-02 नेविगेशन सैटेलाइट की लॉन्च

2040 तक भारत का स्पेस स्टेशन होगा स्थापित!

इसके अलावा बिल नेल्सन बताया कि NASA भारत के स्पेस स्टेशन स्थापित करने में ISRO की मदद करने के लिए तैयार है। नेल्सन ने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत के पास 2040 तक अपना कमर्शियल स्पेस स्टेशन हो। अगर, भारत इसके लिए हमारे साथ साझेदारी करना चाहता है, तो हम उपलब्ध हैं। यह पूरी तरह से भारत पर निर्भर करेगा। इससे पहले पीएम मोदी ने ISRO से कहा था कि उनका लक्ष्य 2035 तक भारतीय स्पेस स्टेशन स्थापित करने और 2040 तक अंतरिक्षयात्री को चांद पर उतारने की तरफ होना चाहिए।

NISAR (NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar) को अगले साल की पहली तिमाही में भारत के GSLV रॉकेट से भेजा जाएगा। इस सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजने के लिए करीब 1.5 बिलियन डॉलर यानी लगभग 12,500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।