
Google Bard और ChatGPT के बाद LinkedIn भी जेनरेटिव AI टूल टेस्ट कर रहा है। यह जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल इस सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट लिखने का काम करेगा। माइक्रोसॉफ्ट का यह प्रोफेशनल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूजर्स को जॉब ढूंढने, लोगों से कनेक्ट करने का काम करता है। AI टूल जुड़ने से यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर क्रिएटिव पोस्ट डाल सकेंगे। साथ ही, यह टूल तेजी से पोस्ट क्रिएट कर सकता है।
LinkedIn के एक्जीक्यूटिव ने कंफर्म किया है कि यह जेनरेटिव AI टूल यूजर्स को पोस्ट क्रिएट करने और अपने नेटवर्क के लिए अपडेट देने में मदद करेगा। कंपनी के प्रोडक्ट डायरेक्टर केरेन बारूच (Keren Baruch) ने कहा है कि जेनरेटिव AI का इस्तेमाल करके सदस्यों को पोस्ट अपडेट करने का नया तरीका मिलेगा।
LinkedIn का यह फीचर यूजर्स को तेजी से पोस्ट क्रिएट करने की सहूलियत देगा। यह टूल यूजर्स को तब मदद करेगा, जब उनके पास समय की कमी होगी। यूजर्स को इस टूल का इस्तेमाल करने के लिए 30 शब्दों में बताना होगा कि वो किस तरह का पोस्ट क्रिएट करना चाहते हैं। AI चैटबॉट यूजर्स के लिए पहला ड्राफ्ट क्रिएट करने में मदद करेगा। यूजर्स उस ड्राफ्ट को चेक करके अपने हिसाब से एडिट करके फाइनल पोस्ट कर सकेंगे।
कंपनी के एग्जीक्यूटिव ने कहा कि रिस्पॉनिसबल AI एक फाउंडेशनल हिस्सा है इस तरीके का, ताकि इसे फाइनल रोल आउट करने से पहले टेस्ट किया जाएगा। इससे पहले LinkedIn ने AI पावर्ड टूल पेश किया था, जो यूजर्स को डेटा के आधार पर पोस्ट सजेस्ट करता है। इसके अलावा अपकमिंग AI टूल यूजर्स को अपनी प्रोफाइल की समरी लिखने में भी मदद करेगा।
अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरह LinkedIn ने भारतीय यूजर्स के लिए आइडेंटिटी वेरिफिकेशन फीचर को पिछले दिनों पेश किया है। यह सुविधा फ्री में भारत के सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध है। यूजर्स अपनी प्रोफाइल को गवर्मेंट द्वारा जारी आईडी के जरिए वेरिफाई कर सकेंगे। इसके लिए कंपनी ने थर्ड-पार्टी HyperVerge के साथ साझेदारी की है। इसके अलावा DigiLocker के जरिए इसे एक्सेस किया जा सकेगा।
यूजर्स के डेटा प्राइवेसी पर कंपनी के एग्जीक्यूटिव ने कहा है कि कंपनी सदस्यों की आधार आईडी के किसी भी सेंसटिव डेटा तक एक्सेस नहीं कर पाएगी। लिंक्डइन केवल यूजर्स का नाम, शहर (राज्य और देश) और जन्म तिथि देख सकेगी। वह जानकारी दूसरों को दिखाई नहीं देती है और लिंक्डइन इसका यूज सुरक्षा उद्देश्यों के लिए कर सकता है। इतना ही नहीं, कंपनी की सदस्य डिजिलॉकर अकाउंट में सेव दस्तावेजों को भी एक्सेस नहीं कर पाएंगे।
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