Written By Harshit Harsh
Published By: Harshit Harsh | Published: Dec 07, 2023, 08:19 PM (IST)
Apple iPhone SE 4 से जुड़ी एक और नई लीक सामने आई है। एप्पल का यह सस्ता आईफोन अगले साल की पहली छमाही में लॉन्च किया जा सकता है। यह 2022 में लॉन्च हुए iPhone SE 3 का अपग्रेड मॉडल होगा। एप्पल ने इस साल इस सीरीज का आईफोन नहीं उतारा था। iPhone SE (2024) में पिछले साल आए iPhone 14 जैसे फीचर्स मिल सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल का यह बजट आईफोन बड़ी बैटरी के साथ आ सकता है। इसके अलावा इसमें A16 Bionic चिपसेट भी दिया जा सकता है। इसका एक प्रोटोटाइप रिवील हुआ है, जिसमें इसकी बैटरी की डिटेल पता चली है। और पढें: iPhone 14 पर मिल रही दिल खुश करने वाली Deal, 45 हजार से कम में A15 और 12MP कैमरे वाला आईफोन ले आएं घर
MacRumors की रिपोर्ट की मानें तो iPhone SE के चौथे जेनरेशन की बैटरी का कोडनेम DS9 है, जो iPhone 14 की बैटरी का फी है। इसके अलावा एप्पल के अपकमिंग बजट iPhone में A2863 बैटरी दिया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी क्षमता 3,279mAh होगी। यह बैटरी इसके पिछले मॉडल iPhone SE 3 के 2,108mAh के मुकाबले बड़ी है। हालांकि, एप्पल अपने iPhone की बैटरी की क्षमता कभी रिवील नहीं करता है। और पढें: Amazon-Flipkart सेल में गिरी iPhones 16, 15 और 14 की कीमत, चेक करें डील्स
बैटरी के अलावा iPhone SE 4 (2024) में इस साल आए iPhone 15 Pro सीरीज की तरह एक्शन बटन भी मिलेगा। यहीं, एक रिपोर्ट यह भी आई है कि एप्पल अगले साल लॉन्च करने वाले iPhone 16 सीरीज में प्रोग्रामेबल बटन का इस्तेमाल करेगा। ऐसे में इनमें स्लाइडर बटन पहली बार हटाया जा सकता है। iPhone 15 सीरीज की तरह ही iPhone SE 4 में भी USB Type C चार्जिंग फीचर मिल सकता है।
Apple से जुड़ी एक और खबर से मुताबिक, कंपनी चीन से निर्भरता कम करने के लिए iPhone 16 की बैटरी को भारत से इंपोर्ट करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल की अपकमिंग फ्लैगशिप सीरीज के लिए कंपनी अपने सप्लायर को भारत में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए कह चुका है। एप्पल आईफोन की बैटरी चीन के Desay और ताइवान के Simplo Technology बनाते हैं। इन दोनों कंपनियों को भारत में अपने प्लांट लगाने के लिए एप्पल कह चुका है।
आईफोन के प्रोडक्शन में चीन का शेयर 44 से 47 प्रतिशत तक था, जो 2021 में घटकर 36 प्रतिशत रह गया। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से एप्पल को नुकसान उठाना पड़ता है। कंपनी के प्रोडक्ट का सप्लाई चेन भी इससे प्रभावित होता है। एप्पल इसलिए भारत में अपना प्रोडक्शन बढ़ाने की तैयारी कर रही है।