Published By: Harshit Harsh | Published: Mar 30, 2023, 03:24 PM (IST)
Cyberattacks in India: भारत साइबर अपराधियों के लिए नया ठिकाना बन रहा है। तेजी से हो रही डिजिटल क्रांति की वजह से आए दिन साइबर फ्रॉड या ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं। सामने आई एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में भारत में 2021 के मुकाबले ऑनलाइन फ्रॉड के ज्यादा मामले सामने आए हैं। भारत में पिछले साल 7 लाख से ज्यादा मेलवेयर अटैक के मामले सामने आए हैं, जो 2021 में आए 6.5 लाख मामलों के मुकाबले ज्यादा हैं। और पढें: Cyberattacks: हैकर्स के निशाने पर भारत के करोड़ों लोगों का हेल्थ डेटा
रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर अपराधी बैंकिंग, गवर्मेंट, मैनुफेक्चरिंग, टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और फाइनेंस सेक्टर को सबसे ज्यादा निशाना बनाते हैं। पिछले साल सबसे ज्यादा साइबर अपराध के मामले बैंकिंग सेक्टर में दर्ज किए गए है। ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी एंड रिसर्च फर्म Trend Micro ने भारत में तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराध को लेकर एक रिपोर्ट शेयर किया है। रिपोर्ट मे कहा गया है कि पिछले साल बैंकिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा 44,949 साइबर अटैक के मामले सामने आए हैं।
ग्लोबल लेवल पर बात करें तो दुनियाभर में साइबर अटैक के कुल 1,49,83,271 मामले सामने आए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 38.06 प्रतिश त मामले एशिया से आए हैं। पूरी दुनिया में हुए साइबर अटैक में से 10.51 प्रतिशत मामले केवल भारत में सामने आए हैं।
Trend Micro की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरी दुनिया में साइबर अटैक के मामलों में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बैंकिंग, गवर्मेंट, मैनुफेक्चरिंग और टेक्नोलॉजी जैसे क्रिटिकल सेक्टर साइबर अटैक को रोकने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। 2021 में बैंकिंग, गवर्मेंट और मैनुफेक्चरिंग सेक्टर रेनसमवेयर से प्रभावित हुए थे, लेकिन 2022 में बैंकिंग और मैनुफेक्चरिंग सेक्टर के साथ-साथ गवर्मेंट सेक्टर साइबर अटैक से ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
साल 2022 में ग्लोबल लेवल पर करीब 146 बिलियन साइबर अटैक के मामले सामने आए हैं, जो 2021 के मुकाबले 55 प्रतिशत तक बढ़े हैं। गवर्मेंट, बैंकिंग और मैनुफेक्चरिंग सेक्टर में मेलवेयर फाइल्स के जरिए साइबर अटैक के 242 प्रतिशत मामले मिले हैं। वहीं, बैकडोर फाइल्स के जरिए साइबर अटैक के 86 प्रतिशत मामले बढ़े हैं।