Published By: Harshit Harsh | Published: May 05, 2023, 11:37 AM (IST)
TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों Airtel, Vi, Jio और BSNL को फर्जी कॉल्स पर रोक लगाने के लिए कहा था। 1 मई से टेलीकॉम कंपनियों ने इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है। सामने आ रही एक रिपोर्ट के मुताबिक, Airtel ने इसके लिए HDFC बैंक के साथ साझेदारी की है। टेलीकॉम कंपनी ने AI बेस्ड स्पैम कॉल्स और मैसेज फिल्टर टेस्ट करना शुरू कर दिया है। एयरटेल का यह सॉल्यूशन टेलीकॉम रेगूलेटर द्वारा लाए जाने वाले DLT प्रोसेस का हिस्सा तो नहीं है, लेकिन यह यूजर्स को फर्जी कॉल्स और SMS से बचाएगा। और पढें: अंडमान और निकोबार आइलैंड बनेगा ग्लोबल इंटरनेट हब, अश्विनी वैष्णव ने किया बड़ा ऐलान
टेलीकॉम रेगूलेटर TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को DLT प्रोसेस का पालन करने के लिए कहा है, जिसमें टेलीमार्केटर और ब्रांड को एक निश्चित टेम्पलेट और प्रमोशनल मैसेज तैयार करने के लिए कहा है। इस प्रक्रिया के जरिए फर्जी और रजिस्टर्ड टेलीमार्केटिंग कॉल्स में अंतर किया जा सकता है। और पढें: Airtel का 77 दिन चलने वाला प्लान, मिलेगा कॉलिंग-डेटा
ET Telecom वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारती एयरटेल ने एक ऐसा AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) और मशीन लर्निंग (ML) बेस्ड सिस्टम डेवलप कर लिया है, जो किसी भी तरह के फिशिंग, स्पैम, फ्रॉड मैसेजिंग आदि की पहचान कर सकेगा। यही नहीं, इसके जरिए फर्जी मैसेज और कॉल्स को रोका जा सकता है। एयरटेल यह टेक्नोलॉजी HDFC Bank के साथ मिलकर टेस्ट कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनी Airtel ने TRAI के चेयरमैन पीडी वाघेला को इस AI स्पैम फिल्टर की टेस्टिंग को लेकर पिछले महीने 27 अप्रैल को एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने बताया कि उसका AI बेस्ड स्पैम फिल्टर एक दिन में 2 मिलियन मैसेज की पहचान करके उसे ब्लॉक कर सकता है।
Airtel ने अपने पत्र में लिखा है कि उसने HDFC बैंक के साथ इसके लिए साझेदारी की है। एयरटेल और HDFC बैंक के बीच सेक्योर एंड-टू-एंड SMS कनेक्टिविटी स्थापित की गई है, जो किसी अन्य रूट की पहचान करके उसे फ्लैग करेगा।
TRAI अनसोलिसिटेड कमर्शियल कम्युनिकेशन (UCC) के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड पर ब्रेक लगाने पर जोर दे रहा है। इसके लिए रेगूलेटर टेलीकॉम कंपनियों को DLT प्रोसेस लागू करने के लिए कहा है और ऐसा सिस्टम इंप्लिमेंट करने के लिए कहा है, जो इस तरह के UCC कम्युनिकेशन पर रोक लगा सके। रिपोर्ट के मुताबिक, UCC के जरिए हर महीने 1,000 से लेकर 1,500 करोड़ रुपये का नुकसान होता है। इसके अलावा TRAI ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स से इसे रोकने के लिए AI बेस्ड टेक्नोलॉजी को भी जोड़ने के लिए कहा है।