Published By: Harshit Harsh | Published: Feb 23, 2023, 10:05 AM (IST)
WhatsApp rolling out 'multi-selection' feature for messages on Windows beta
WhatsApp इस्तेमाल करने वाले 95 प्रतिशत यूजर्स को फर्जी और अनचाहे कॉल्स और SMS आते रहते हैं। भारतीय यूजर्स के बीच किए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है। भारत में WhatsApp इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से ज्यादा है, जिनमें से 76 प्रतिशत यूजर्स को अनचाहे कॉल्स और SMS मिलते हैं। यूजर्स द्वारा Facebook और Instagram पर किए जाने वाले एक्टिविटी के आधार पर WhatsApp Business अकाउंट्स के जरिए टारगेट किया जा रहा है।
LocalCircles ने यह सर्वे 1 फरवरी 2023 से 20 फरवरी 2023 के बीच किया है। इस सर्वे के मुताबिक, 95 प्रतिशत यूजर्स को भारत में हर दिन अनचाहे कॉल्स और मैसेज मिलते हैं। सर्वे किए गए लोगों में से 41 प्रतिशत यूजर्स ऐसे हैं, जिन्हें डेली 4 या इससे ज्यादा फर्जी कॉल्स और मैसेज मिलते हैं।
WhatsApp पर आने वाले इन अनचाहे कॉल्स और मैसेज के बारे में Meta के प्रवक्ता ने बताया कि WhatsApp के पास एक बिल्ट सिस्टम है, जो उन बिजनेस को सस्पेंड कर सकते हैं, तो यूजर्स को निम्न स्तर की सुविधा प्रदान करते हैं। यह सब यूजर्स के फीडबैक के आधार पर तय होता है।
मेटा के प्रवक्ता ने बताया कि जैसे ही हमें यूजर्स द्वारा किसी बिजनेस को लेकर निगेटिव फीडबैक प्राप्त होता है, तो हम उस बिजनेस अकाउंट को सीमित कर देते हैं या फिर उनका बिजनेस अकाउंट एक्सेस खत्म कर देते हैं।
सर्वे करने वाली एजेंसी LocalCircles का कहना है कि अगर यूजर्स को प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव की वजह से लो क्वालिटी सर्विस का एक्सपीरियंस मिल रहा है। यूजर्स का कहना है कि उन्हें Facebook और Instagram पर सर्च किए गए प्रोडक्ट्स और एक्टिविटी के आधार पर WhatsApp बिजनेस अकाउंट से मैसेज और कॉल्स रिसीव हो रहे हैं। यह दर्शाता है कि Meta के तीनों प्लेटफॉर्म्स एक-दूसरे से लिंक हैं।
इस सर्वे में भाग लेने वाले 76 प्रतिशत यानी 12,215 WhatsApp यूजर्स ने माना है कि उनके पास आने वाले बिजनेस कॉल्स उनके द्वारा प्लेटफॉर्म पर किए जाने वाले कन्वर्सेशन, फेसबुक या इंस्टाग्राम की एक्टिविटी पर आधारित होते हैं। इस सर्वे में हिस्सा लेने वाले करीब 51,000 यूजर्स देश के 351 जिलों में रहने वाले हैं।
LocalCircles का कहना है कि सर्वे में भाग लेने वाले ज्यादातर WhatsApp यूजर्स ने डिवाइस में स्पैम यानी फर्जी कॉल्स को रोकने और ब्लॉक करने के लिए उपलब्ध टूल्स का इस्तेमाल किया है। इसके बावजूद उनके पास बड़ी मात्रा में अनचाहे कॉल्स रिसीव हो रहे हैं। सर्वे किए जाने वाले यूजर्स में 73 प्रतिशत यानी 12,673 यूजर्स ने कमर्शियल यूसेज के अपने नंबर को ब्लॉक करने का ऑप्शन चुना है।