Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: Jan 12, 2023, 05:04 PM (IST)
सरकार ने फर्जी न्यूज और अफवाह फैलाने वाले 6 YouTube चैनल को बैन कर दिया है। इन यूट्यूब चैनल्स के 2 मिलियन यानी 20 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। MIB की फैक्ट चेकिंग विंग PIB (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) ने इन चैनल्स पर फैलाए जाने वाले अफवाहों का पता लगाया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये चैनल्स बड़े ही संयोजित तरीके से फर्जी खबरें और अफवाहें फैला रहे थे। इन पर अपलोड हुए वीडियोज को 51 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिले थे। और पढें: YouTube पर बैन हुए क्रिएटर्स के लिए नया मौका, बदल रही है कंटेंट पॉलिसी
PIB की फैक्ट चेकिंग विंग (FCU) ने प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ इंफॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग (MIB) ने 6 यूट्यूब चैनल को बैन किया है, जो बड़े ही संयोजित तरीके से फर्जी खबरें और अफवाह फैला रहे थे। फैक्ट चेक यूनिट ने 6 अलग-अलग ट्विटर थ्रेड के जरिए इन यूट्यूब चैनल द्वारा फैलाए जाने वाले अफवाहों और फर्जी खबरों के 100 फैक्ट चेक काउंटर पोस्ट किए हैं।
.@MIB_India cracks down on fake news peddling YouTube Channels@PIBFactCheck exposes over hundred videos on six channels that have monetized fake news; garnered over 50 crore views
Details: https://t.co/vwYZ5QUWQ1
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— PIB India (@PIB_India) January 12, 2023
PIB की फैक्ट चेक विंग द्वारा बैन किए गए ये यूट्यूब चैनल चुनाव, सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, संसद की कार्यवाही और सरकार के फंक्शन के बारे में फर्जी खबरें और अफवाह फैला रहे थे। सरकार द्वारा बैन किए गए यूट्यूब चैनल Nation TV के 5.57 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स थे। वहीं, Samvaad TV के 10.9 लाख सब्सक्राइबर्स, Sarokar Bharat के 21 हजार सब्सक्राइबर्स, Nation24 के 25,400 सब्सक्राइबर्स और Samvaad Samachaar के 3.48 लाख सब्सक्राइबर्स थे।
सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि Samvaad Samachar, Samvaad TV और Nation TV ने PIB द्वारा किए गए फैक्ट चेकिंग के बाद अपना नाम Inside India, Inside Bharat और Nation Weekly कर लिया था। इन चैनल्स पर अपलोड किए गए वीडियो में EVM मशीन पर बैन लगाए जाने, संसद और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पर सवाल उठाए गए थे। MIB ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि ये चैनल्स फर्जी न्यूज और अफवाहों के जरिए कमाई कर रहे थे।
अफवाह फैलाने के लिए इन यूट्यूब चैनल्स पर फर्जी, क्लिकबेट और सनसनी फैलाने वाले थंबनेल का इस्तेमाल किया जाता था। इनमें जाने वाले टीवी न्यूज के एंकर्स को थंबनेल में रखा जाता था ताकि व्यूअर्स इस पर विश्वास कर सके।