WhatsApp पर लगा भारी जुर्माना, नहीं हटाया था बैन हुए कॉन्टेंट्स

WhatsApp पर बैन हुए कॉन्टेंट नहीं हटाने के लिए भारी जुर्माना लगाया गया है। मेटा के इस इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप पर पहली बार ऐसा जुर्माना लगया गया है। इससे पहले गूगल, विकिपीडिया आदि पर यह जुर्माना लगा था।

Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: May 20, 2023, 12:49 PM (IST)

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Highlights

  • WhatsApp पर रूस में भारी जुर्माना लगाया गया है।
  • मेटा के इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप पर बैन हुए कंटेंट डिलीट नहीं करने पर यह जुर्माना लगा है।
  • रूस पहले से ही अमेरिकी कंपनियों के खिलाफ ऐक्शन ले रहा है।
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WhatsApp इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप पर भारी जुर्माना लगा है। मेटा के इस ऐप पर बैन हुए कॉन्टेंट्स नहीं हटाने की वजह से यह जुर्माना लगाया गया है। व्हाट्सऐप पर यह जुर्माना रूस ने लगाया है। पहली बार इस इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप को इतना भारी जुर्माना देना होगा। रूस ने ऐप पर 4 मिलियन रूबल्स यानी लगभग 41 लाख रुपये का जुर्माना लगा है। रूसी न्यूज एजेंसी RIA के मुताबिक, शुक्रवार को कॉन्टेंट डिलीट नहीं करने की वजह से यह जुर्माना लगाया गया है। news और पढें: नेट ON रहने पर भी मम्मी-पापा के सामने नहीं आएगा क्रश का WhatsApp मैसेज, जानें कैसे

बिना कानूनी प्रक्रिया के लगा जुर्माना

WhatsApp की पैरेंट कंपनी Meta.O को पिछले साल रूस ने एक एक्सट्रीमिस्ट ऑर्गेनाइजेशन बता कर बैन कर दिया था। इससे पहले रूस में लोकप्रिय इस इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप को बैन हुए कॉन्टेंट्स को हटाने में विफल रहने के लिए किसी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई थी। news और पढें: क्यों है SAMBHAV मोबाइल सिस्टम? ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने WhatsApp छोड़कर यूज की ये ‘Made in India’ टेक्नोलॉजी

रिपोर्ट में यह साफ नहीं है कि व्हाट्सऐप ने कौन सी जानकारी अपने प्लेटफॉर्म से डिलीट नहीं की है। WhatsApp पर यह मुकदमा रूसी कम्युनिकेशन रेगुलेटर ने किया था। पिछले साल शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से रूसी सरकार ने नया मिलिट्री सेंसरशिप लॉ पेश किया है, जिसमें गूगल, विकिपीडिया और डिकॉर्ड पर पहले फाइन लगाया जा चुका है। इस लिस्ट में अब WhatsApp का भी नाम जुड़ गया है।

रूस कई टेक कंपनियों पर लगा चुका प्रतिबंध

पिछले साल शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बाद कई अमेरिकी टेक कंपनियों पर प्रतिबंध लग चुका है। अमेरिका और यूरोपीय यूनिया द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद रूस ने भी अमेरिकी कंपनियों गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल को आड़े हाथ लिया है। इन कंपनियों ने रूस से अपने दफ्तर शिफ्ट कर लिए हैं। वहीं, रूसी बाजार में अब चीनी टेक कंपनियां पैर पसार रही हैं।

भारत में WhatsApp ने लिया सख्त ऐक्शन

पिछले दिनों WhatsApp ने भारत में 36 लाख नंबर ब्लॉक किए हैं। इन नंबरों से फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। बीते कुछ साल के दौरान भारतीय यूजर्स को कई अंतरराष्ट्रीय नंबर से मैसेज और कॉल्स आ रहे हैं, जिनकी कई लोग रिपोर्ट भी कर रहे हैं। इसके साथ ही कई यूजर्स ने सोशल मीडिया अकाउंट पर इन नंबर की कंट्री कोड के साथ जानकारी भी शेयर की है, जिसमें इंडोनेशिया (+62), वियतनाम (+84), मलेशिया (+60), केन्या (+254) और इथोपिया (+251) हैं।

रिपोर्ट सामने आने का बाद WhatsApp ने इन नंबरों के खिलाफ यह ऐक्शन लिया है। वहीं, भारतीय दूरसंचार विभाग भी WhatsApp जैसे इंटरनेट कॉलिंग वाले प्लेटफॉर्म को फर्जीवाड़ा रोकने के लिए टेक्नोलॉजी डेवलप करने के लिए कह रहा है।