Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: Apr 18, 2023, 06:03 PM (IST)
UPI भारतीय ग्राहकों के लिए पसंदीदा डिजिटल पेमेंट सिस्टम बनता जा रहा है। 2022 में करीब 88 बिलियन डिजिटल ट्रांजैक्शन किए गए, जिसका वैल्यू करीब 150 ट्रिलियन रुपये रहा है। इन डिजिटल पेमेंट्स में UPI का शेयर सबसे ज्यादा रहा है। इंडिया डिजिटल पेमेंट्स एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में UPI (Unified Payment Interface), डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए 87.92 बिलियन डिजिटल ट्रांजेक्शन किए गए हैं, जिसका वैल्यू 149.5 ट्रिलियन रुपये था। और पढें: ChatGPT से UPI पेमेंट शुरू, अब बिना ऐप खोले करें शॉपिंग
ग्राहकों ने UPI के जरिए पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) और पर्सन-टू-पर्सन (P2P) पेमेंट करना ज्यादा पसंद किया है। भारत के कुल डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन में UPI का मार्केट शेयर 40 प्रतिशत रहा है। वहीं, ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में 44 प्रतिशत का मार्केट शेयर रहा है। इस तरह से कुल मिलाकर UPI का ट्रांजैक्शन वॉल्यूम 84 प्रतिशत रहा है। और पढें: अब बिना PIN डाले कर सकेंगे UPI पेमेंट! फिंगरप्रिंट/फेस आईडी से होगा काम
UPI द्वारा ग्राहकों ने पिछले साल 18 प्रतिशत P2M यानी पेमेंट-टू-मर्चेंट ट्रांजैक्शन किए हैं। वहीं, 66 प्रतिशत ट्रांजैक्शन P2P यानी पर्सन-टू-पर्सन किए गए हैं। डेबिट और क्रेडिट कार्ड के द्वारा किए गए ट्रांजैक्शन की बात करें तो ग्राहकों ने केवल 7 प्रतिशत ट्रांजैक्शन के लिए क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किया है,जिसका वैल्यू शेयर 14 प्रतिशत रहा है। और पढें: फोन में नहीं चल रहा इंटरनेट, करनी है जरूरी पेमेंट, अपनाएं ये आसान तरीका
2022 में डिजिटल पेमेंट्स में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। लोग एक-दूसरे को पैसा ट्रांसफर करने के लिए UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं। मैट्रो शहर हो या कोई गांव ग्राहकों को UPI के जरिए पेमेंट करना पसंद आ रहा है। भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन का आंकड़ा 149.5 ट्रिलियन तक पहुंच गया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
UPI को बढ़ावा देने में NPCI (नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया) के साथ-साथ स्मार्टफोन्स और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी का भी बड़ा योगदान है। साल 2022 में भारत में 5G सर्विस लॉन्च होने के बाद से बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलने लगी है, जिसकी वजह से NPCI को डिजिटल पेमेंट्स के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट करने में फायदा मिला है। सस्ते 4G/5G स्मार्टफोन की उपलब्धता की वजह से यूजर्स फीचर फोन से स्मार्टफोन में अपग्रेड हो रहे हैं। डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्र्क्चर बेहतर होने से यूजर्स को ऑनलाइन पैसे भेजने में सहूलियत हो रही है।