
अपनी रोज की दिनचर्या में स्मार्टफोन हमारे लिए काफी जरूरी चीज हो गए हैं। फिर चाहे बात ऑनलाइन पेमेंट करने की हो, घर बैठे चीजें ऑर्डर करने की हो, फोटोज लेने की हो या कोई जरूरी जानकारी स्टोर करने की हो। इन दिनों हमारे फोन से सब कुछ किया जा सकता है।
जरा सोचिए कि आप किसी दिन कैब में सफर कर रहे हैं और इस दौरान आप अपना फोन गाड़ी में ही भूल जाएं। अगर कैब में ट्रैवल करते समय आपका फोन खो गया है, तो हम यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिसके जरिए आप नुकसान की भरपाई कर सकते हैं…
जाहिर है फोन खो जाने का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ता है, लेकिन इससे भी ज्यादा कीमती होता है फोन में मौजूद डेटा। कई बार गलत हाथों तक फोन पहुंचने पर आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस बीच अच्छी बात यह है कि इस डेटा को डिवाइस से दूर से ही मिटाया जा सकता है।
iPhone यूजर्स iCloud.com पर जाकर find device फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं और सलेक्टेड डिवाइस से डेटा मिटा सकते हैं। वहीं Android फोन जो Google अकाउंट से जुड़े हुए हैं, इनमें Find My Device फीचर अपने आप चालू हो जाता है। इसका इस्तेमाल डेटा को मिटाने के लिए किया जा सकता है। इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए android.com/find पर जाएं।
Android फोन के लिए Find My Device जैसे फीचर्स और Apple iPhone के लिए Find My iPhone फीचर के साथ, अपने फोन को ट्रैक करना आसान हो जाता है। हालांकि, आप डिवाइस लोकेशन तभी देख पाएंगे जब वह ऑनलाइन होगा। डिवाइस के ऑफलाइन होने की स्थिति में, डिवाइस के बंद होने से पहले उसका लास्ट लोकेशन शो होता है।
भले ही सभी नेट बैंकिंग एप्लिकेशन में सिक्योर पिन जैसी चीजें हों, लेकिन आपको उन पर पूरी तरह से भरोसा नहीं करना चाहिए। जिस किसी के पास आपका फोन है वह अभी भी आपकी पर्सनल डिटेल का इस्तेमाल कर सकता है और आपके अनाउंत तक पहुंच सकता है। इसलिए बेहतर है कि आप अपने सभी नेट बैंकिंग पासवर्ड बदल लें। ऐसे में अगर आपके नेट बैंकिंग पासवर्ड शॉपिंग आदि के दौरान ऑटो सेव हो जाते हैं तो वो इनवैलिड हो जाएंगे।
इसके अलावा, अगर आपने ATM पिन, नेट बैंकिंग पासकोड जैसी जरूरी जानकारी अपने फोन पर कहीं लिख रखी है, तो अपने बैंक को कॉल करें और उन्हें अलर्ट करें।
आप कभी नहीं जानते कि आपका फोन किसके पास है और वो आपको कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। सोशल मीडिया आज के समय में, किसी की पहचान के साथ छेड़छाड़ करने, स्कैम आदि के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए, अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट पासवर्ड बदलें और तय करें कि आप खतरे से सुरक्षित रहने के लिए सभी डिवाइस से लॉगआउट कर लें।
अलग-अलग ट्रांजेक्शन के लिए OTP वेरिफिकेशन की जरूरत होती है। इसलिए, OTP को गलत हाथों में पड़ने से बचाने के लिए, अपने नेटवर्क प्रोवाइडर से कॉन्टेक्ट करें और अपने सिम कार्ड को जल्द से जल्द ब्लॉक करवाएं।
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