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वोडाफोन-आइडिया और अडानी डेटा नेटवर्क पर DoT सख्त, 5G सर्विस लॉन्च नहीं करने पर लगेगा जुर्माना!

5G सर्विस को समय से लॉन्च नहीं करने पर Vodafone Idea और Adani data network पर TRAI जुर्माना लगा सकता है। इन दोनों टेलीकॉम कंपनियों ने अब तक किसी भी टेलीकॉम सर्किल में सर्विस लॉन्च नहीं की है।

Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: Aug 09, 2023, 10:20 AM (IST)

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Highlights

  • Vodafone-Idea और Adani डेटा नेटवर्क को DoT से राहत नहीं मिलने वाली है।
  • इन दोनों कंपनियों पर समय से 5G लॉन्च नहीं करने पर जुर्माना लग सकता है।
  • स्पेक्ट्रम ऑक्शन में भाग लेने वाली शर्त पूरा नहीं करने पर यह जुर्माना लगाया जाएगा।
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Vi यानी वोडाफोन-आइडिया और अडानी डेटा नेटवर्क को दूरसंचार विभाग (DoT) से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। सामने आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों कंपनियों को 5G सर्विस मिनिमम रोल आउट के लिए किसी भी तरह का एक्सटेंशन और राहत नहीं मिलेगा। पिछले साल जुलाई 2022 में Airtel और Jio के साथ-साथ इन दोनों कंपनियों ने मिड बैंड (3300-3600 MHz) और 26 GHz बैंड स्पेक्ट्रम खरीदे थे। अगर, ये दोनों कंपनियां तय सर्किल में 5G सर्विस लॉन्च नहीं करती हैं, तो इन्हें पेनाल्टी यानी जुर्माना भरना पड सकता है।

ET Telecom की रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों कंपनियों ने दूरसंचार विभाग (DoT) से 5G मिनिमम रोल आउट नॉर्म में राहत देने की मांग की है, लेकिन दूरसंचार विभाग ने साफ किया है कि सर्विस रोल आउट की शर्तें ऑक्शन के सर्विस अप्लिकेशन (NIA) में मेंशन की गई है और सभी कंपनियों को इसका पालन करना होगा। पिछले साल 5G स्पेक्ट्रम ऑक्शन में Airtel, Jio, Vi और Adani Data नेटवर्क ने हिस्सा लिया था। इन्हें शर्त के मुताबिक, सर्विस अलॉटमेंट के पहले साल में मिनिमम 5G सर्विस रोल आउट करना था। Airtel और Jio ने देश के लगभग हर जिले में 5G सर्विस पहुंचा दी है, लेकिन इन दोनों कंपनियों ने अब तक अपनी 5G सर्विस लॉन्च भी नहीं की है।

5G स्पेक्ट्रम ऑक्शन की शर्त के मुताबिक, नेटवर्क प्रोवाइडर को दी गई समय-सीमा में मिनिमम नेटवर्क रोल आउट करना होगा। इसके लिए कोई एक्सटेंशन नहीं दिया जाएगा। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दूरसंचार विभाग एक्सटेंशन देने की संभावना को भी नजरअंदाज नहीं कर रही है।

क्या है शर्त?

26 GHz और 3300-3600 MHz बैंड के लिए टेलीकॉम कंपनियों को अलॉट के पहले साल फेज-1 में देश के तीन मैट्रो में से किसी एक में और सभी 22 टेलीकॉम सर्किल में से किसी एक शहर में 5G सर्विस लॉन्च करना है। Jio और Airtel ने इन दोनों स्पेक्ट्रम बैंड की मिनिमम रिक्वायरमेंट पूरी कर ली है।

5G सर्विस को तीन फेज में रोल आउट करना होगा। पहला फेज पहले साल के अंत तक है, दूसरा फेज नेटवर्क अलॉटमेंट के तीसरे साल के अंत तक और तीसरा फेज अलॉटमेंट के पांचवे साल के अंत तक पूरा होता है।

मौजूदा स्तिथि में Adani के पास केवल 26 GHz बैंड का स्पेक्ट्रम है, वहीं वोडाफोन-आइडिया के पास मिड और 26 GHz बैंड है। रिलायंस जियो और एयरटेल न सिर्फ मिनिमम सर्विस की शर्त को पूरा कर रहे हैं, बल्कि इन दोनों टेलीकॉम कंपनियों ने उससे कहीं ज्यादा सर्किल में 5G सर्विस लॉन्च कर दी है।