
TRAI Guidelines: भारत में पिछले कई सालों से स्पैम कॉल और मैसेज का सहारा लेकर लोगों को ठगा जा रहा है, जिस पर अब जल्द लगाम लगने वाली है। दरअसल, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने टेलीमार्केटिंग कंपनियों के लिए नए नियम जारी किए हैं। इनके लागू होने के बाद यूजर्स को अतिरिक्त सुरक्षा लेयर मिलेगी और धोखाधड़ी के मामले भी कम होंगे।
ट्राई के मुताबिक, 1 सितंबर 2024 से कंपनियां उन यूजर्स को यूआरएल, ओटीटी लिंक और कॉल बैक अनुरोध वाले मैसेज नहीं भेज पाएंगे, जो उनके नेटवर्क पर रजिस्टर नहीं हैं। इसके साथ ही कंपनियों के मैसेज को ट्रैक करना भी शुरू किया जाएगा। यदि किसी मैसेज में फर्जी लिंक या कॉल बैक रिक्वेस्ट निकलती है, तो उसे ट्राई द्वारा ब्लॉक कर दिया जाएगा।
Press Release No. 53/2024 regarding TRAI issues Directives to Access Providers to regarding measures to curb misuse of Headers and Content Templates TCCCPR, 2018.https://t.co/YkCvre0JFq
— TRAI (@TRAI) August 20, 2024
ट्राई ने बताया कि 30 सिंतबर से टेलीकॉम कंपनियों के साथ अन्य एक्सेस सर्विस प्रोवाइडर के 140 सीरीज से शुरू होने वाले नंबर को डीएलटी यानी डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलाजी पर शिफ्ट किया जाएगा, जिससे नंबर्स को ट्रेस करना काफी आसान हो जाएगा। इससे धोखाधड़ी पर भी रोक लगेगी।
आपको बता दें कि ट्राई ने इससे पहले फोन कॉल और मैसेज के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्पैम फिल्टर लगाने के लिए कहा था। इस फिल्टर से अनजान नंबर से आने वाली कॉल और मैसेज को रोका जा सकेगा। फिलहाल, इस टूल की टेस्टिंग की जा रही है। उम्मीद है कि इसे इस साल के अंत तक रिलीज किया जाएगा।
वर्तमान में टेलीकॉम कंपनी एयरटेल (Airtel) इस टूल का उपयोग कर रही है। वहीं, जियो (Jio) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone idea) भी इस तरह का फिल्टर लाने की तैयारी कर रही हैं।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Ajay Verma
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