
Ratan Tata News: टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन से देश-दुनिया में शोक है। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी है। Tata Group of companies का दुनिया भर नें लोहा माना जाता है। अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा टाटा ग्रुप की कंपनियों का टेक इंडस्ट्री में भी दबदबा है। टेक्नोलॉजी, टेलीकॉम, एरोस्पेस, डिफेंस से लेकर ई-कॉमर्स तक में टाटा ग्रुप की कई कंपनियां काम करती हैं। आइये, इनके बारे में डिटेल में जानते हैं।
Tata Group की टेक कंपनियां ग्लोबली काम कर रही हैं। इन कंपनियों का नेतृत्व TCS (Tata Consultancy Services) करती है। ये कंपनियों विभिन्न टेक सर्विसेस देने के साथ-साथ मार्केट में आने वाले नए-नए प्रोडक्ट के इनोवेशन पर भी काम करती हैं। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में दुनिया भर के कई बेहतरीन टेक्नोलॉजी कंसल्टेंट काम करते हैं।
टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने गुजरात के धोलेरा में भारत का पहला सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करने की घोषणा की है। टाटा टेक्नोलॉजीज का नाम 28 नवंबर, 2023 को भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों में शामिल हुआ था।
इसके अलावा, Tata Digital ने April, 2022 में Tata Neu ऐप लॉन्च किया था। यह ऐप सभी कैटेगरी पर मिलने वाले बेनिफिट्स ऑफर करता है। यह देश का पहला सुपर ऐप है। इसे IPL 2022 के साथ लाया गया था।
TATA Elxsi, टाटा की ग्लोबल डिजाइन और टेक्नोलॉजी सर्विस देने वाली ब्रांच है। टाटा टेलीसर्विसेज के पास इंटरप्राइजेज के लिए ICT Solutions का एक मजबूत पोर्टफोलियो है। इसका फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क 130,000 किलोमीटर का है और यह 60 से अधिक भारतीय शहरों में काम करता है।
टाटा ग्रुप पिछले कई दशक से भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) के लिए ‘मेड इन इंडिया’ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने पर काम कर रहा है। इसे भारत के प्राइवेट सेक्टर की डिफेंस इंडस्ट्री का सबसे बड़ा खिलाड़ी माना जाता है।
एयरोस्पेस में टाटा ग्रुप कई जरूरी फिक्स्ड विंग और रोटरी विंग प्रोग्राम के लिए एक ग्लोबल और एकमात्र सोर्स सप्लायर के रूप में काम करता है। डिफेंस की बात करें तो टाटा रक्षा मंत्रालय (MoD), सशस्त्र बलों और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के डिफेंस प्रोग्राम की स्ट्रेटजी के लिए अहम रोल निभाता है।
ग्रुप लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, परिवहन विमानों और वेपन सिस्टम और भूमि प्रणालियों के ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम के लिए ग्लोबली OEMs के साथ साझेदारी कर रहा है।
टाटा ग्रुप ने पांच एयरोस्पेस और रक्षा व्यवसायों को एक इकाई में एकीकृत करने की घोषणा की है। इसे टाटा एएंडडी के नाम से जाना जाएगा।
टाटा ग्रुप के telecom enterprises cater ग्लोबल बिजनेस हाउस से लेकर SMEs और लाखों उपभोक्ताओं की सूचना, कम्युनिकेशन और मनोरंजन संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
टाटा स्काई लिमिटेड, जिसे अब टाटा प्ले लिमिटेड के नाम से जाना जाता है, टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड और टीएफसीएफ कॉरपोरेशन के बीच का जाइंट वेंचर है।
टाटा कम्युनिकेशंस के ग्लोबल नेटवर्क में सबसे एडवांस और सबसे बड़ा सबमरीन केबल नेटवर्क शामिल है। यह 5 महाद्वीपों पर टॉप 5 आईपी प्रोवाइडर्स में से एक है और 190 से अधिक देशों और क्षेत्रों में पब्लिक और प्राइवेट नेटवर्क कनेक्टिविटी देता है। टाटा कम्युनिकेशंस द्वारा संचालित 30% ग्लोबली इंटरनेट रूट कस्टमर और 80% क्लाउड दिग्गज कंपनी के माध्यम से अपने व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।
यह एक ही जगह ओटीटी सेवाएं और पे टीवी देने वाले सबसे बड़े प्लेटफॉर्म में से एक है। इसने भारतीय बाजार में कस्टम चैनल पैक के साथ शुरुआत में डायरेक्ट-टू-होम ऑपरेटरों में से एक के रूप में भी खुद को स्थापित किया।
इसके अलावा, टाटा के अन्य ऐप्स 1एमजी, क्रोमा और बिगबास्केट भी लोगों के काफी काम आता है। इतना ही नहीं, टाटा ग्रुप का टेक इंडस्ट्री में दबदबा इससे ही देखा जा सकता है कि भारत में टाटा आईफोन बना रहा है।
तमिलनाडु के होसुर में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का आईफोन प्लांट लगा है। नवंबर, 2024 में इसमें प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा, जिसमें 50,000 कर्मचारी काम करेंगे। इनमें से ज्यादातर महिलाएं हैं। यह भारत में एप्पल का चौथा और टाटा का आईफोन के लिए दूसरा प्लांट है।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Mona Dixit
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