
भारत सरकार ने महादेव ऐप (Mahadev App) समेत 22 बेटिंग ऐप वे वेबसाइट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। सरकार ने इन ऐप और वेबसाइट को बैन करने का आदेश दिया है। यह फैसला ED की सिफारिशों के बाद इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी अधिनियम की धारा 69ए के तहत लिया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) पिछले कई महीनों से महादेव ऐप के अवैध सट्टेबाजी सिंडिकेट की जांच कर रहा था, जिसके बाद ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया।
आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अवैध सट्टेबाजी के खिलाफ भूपेश बघेल की सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। राज्य सरकार के पास इस प्रकार की वेबसाइट और ऐप पर बैन लगाने का आधिकार था। लेकिन उनकी सरकार ने ऐसा नहीं किया। न ही सरकार ने इसको लेकर कोई हमसे कोई अनुरोध किया। उन्होंने आगे कहा कि हमें ED की तरफ से महादेव ऐप को लेकर शिकायत मिली। इसके बाद तुरंत कार्रवाई की गई।
हाल ही में सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ED ने बताया कि ‘कैश कूरियर’ के ईमेल स्टेटमेंट को एनालाइज किया गया तो उससे पता चला कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूएई में स्थित ऐप प्रमोटर से 508 करोड़ रुपये लिए। हालांकि, छत्तीसगढ़ के सीएम और कांग्रेस ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया।
कुछ दिन पहले 38 वर्षीय असीम दास को एजेंसी ने रायपुर में उसके पास से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद करने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। उसे कथित तौर पर यूएई से ऐप प्रमोटरों द्वारा “विशेष रूप से, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के चुनावी खर्चों के लिए बड़ी मात्रा में नकदी पहुंचाने के लिए भेजा गया था।
बता दें कि महादेव से पहले भारत सरकार इस साल की शुरुआत में 138 ऑनलाइन बेटिंग ऐप और 94 डिजिटल लोन मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा चुकी है। यह कार्रवाई यूजर्स की शिकायतों को ध्यान में रखकर की गई। इन ऐप पर चीन से जुड़े होने का आरोप लगा था।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Ajay Verma
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