
Fake News पर लगाम लगाने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने डिजिटल स्ट्राइक किया है। 120 से ज्यादा अफवाह फैलाने वाले YouTube चैनल बैन कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये यूट्यूब चैनल्स क्लिकबेट वाले थंबनेल लगाकर फर्जी न्यूज चलाते थे। वहीं, गूगल ने भी 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भारत में फर्जी न्यूज और अफवाह फैलाने वाले चैनल्स और कॉन्टेंट को लेकर सख्ती दिखाई है। यूट्यूब इंडिया ने भी इस तरह के फर्जी न्यूज चैनल और कॉन्टेंट पर एक्शन लेने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पहले भी सरकार इस तरह के फर्जी अफवाह फैलाने वाले यूट्यूब चैनल्स पर कार्रवाई की है।
हमारे सहयोगी चैनल जी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 20 के प्रावधानों के तहत 120 से अधिक यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक किया है। इससे पहले भी सरकार ने यूट्यूब चैनल्स के जरिए फर्जी खबरों से की जाने वाली कमाई से जुड़ी चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने की बात कही थी। पिछले साल में ऐसे 26 यूट्यूब चैनलों का पर्दाफाश किया गया है, जो लगातार अफवाह फैलाते हैं।
YouTube India के डायरेक्टर ईशान चटर्जी ने कहा है कि फर्जी खबरों और अफवाहों को लेकर हमारी पॉलिसी में कहा गया है कि इस तरह के कॉन्टेंट रियल वर्ल्ड के लिए खतरा है और हम उसके खिलाफ एक्शन लेते रहते हैं। यूट्यूब का कहना है कि हमारा लक्ष्य फर्जी न्यूज से लड़ने की है। हमने चाहते हैं कि लोगों के पास हाई क्वालिटी कॉन्टेंट पहुंचें, जिन्हें न्यूज ऑर्गेनाइजेशन और इंडिपेंडेंट जर्नलिस्ट बनाते हैं। यूट्यूब लोगों के लिए कॉन्टेंट कंज्यूम करने का बड़ा प्लेटफॉर्म है।
इससे पहले अक्टूबर 2023 में MeitY ने यूट्यूब को फर्जी न्यूज चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा था और सलाह दिया था कि जो न्यूज वेरिफाइड नहीं है उसके लिए डिसक्लेमर लगाए।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Harshit Harsh
Select Language