
आजकल मोबाइल फोन हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। बैंकिंग से लेकर सोशल मीडिया तक, सब कुछ मोबाइल नंबर से जुड़ा होता है। लेकिन इसी का फायदा उठाकर अब ठग सिम कार्ड बंद करने के नाम पर लोगों को धोखा दे रहे हैं। वे फर्जी कॉल या मैसेज भेजकर आपकी पर्सनल जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। सरकार ने ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को अलर्ट किया है। आइए जानते हैं क्या है सिम स्वैप फ्रॉड और कैसे बचें इससे।
भारत सरकार ने देशभर के मोबाइल यूजर्स को सिम कार्ड बंद करने के नाम पर हो रही धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी है। DoT ने बताया कि कुछ फ्रॉड लोग खुद को टेलीकॉम कंपनी या सरकारी अधिकारी बताकर फोन या मैसेज कर रहे हैं और कह रहे हैं कि आपकी सिम बंद की जा रही है। कई लोग डर के कारण उनके झांसे में आकर अपनी पर्सनल जानकारी शेयर कर देते हैं। विभाग ने साफ कहा है कि DoT, TRAI या कोई भी टेलीकॉम कंपनी कभी भी सिम बंद करने के लिए कॉल या मैसेज नहीं करती। ऐसे किसी भी मैसेज या कॉल को तुरंत इग्नोर करें और अगर शक हो, तो टेलीकॉम कंपनी के असली कस्टमर केयर से संपर्क करें।
Beware of SIM Swap Fraud!
Check numbers linked to your name & report suspicious ones, both on https://t.co/6oGJ6NTnZT pic.twitter.com/wXezCJ3IBY
— DoT India (@DoT_India) June 28, 2025
सिम स्वैप फ्रॉड एक ऐसा तरीका है जिसमें धोखेबाज किसी यूजर के मोबाइल नंबर से जुड़ा नया सिम कार्ड हासिल कर लेते हैं। ऐसा वे सोशल इंजीनियरिंग के जरिए करते हैं, जैसे फर्जी डॉक्युमेंट, झूठी कॉल या ईमेल के माध्यम से। जब उनके पास नया सिम कार्ड एक्टिवेट हो जाता है, तो यूजर के बैंक, सोशल मीडिया और बाकी खातों से आने वाले OTP अब इन फ्रॉड को मिलने लगते हैं। इससे वे आसानी से अकाउंट हैक कर सकते हैं और पैसे निकाल सकते हैं। यूजर को तब तक इस धोखाधड़ी का पता नहीं चलता जब तक नुकसान नहीं हो चुका होता।
DoT ने सिम से जुड़ी धोखाधड़ी को रोकने के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं। अब कोई भी नया सिम बिना बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के नहीं मिलेगा। इसके अलावा अगर कोई नया सिम एक्टिवेट होता है, तो उस पर 24 घंटे तक इनकमिंग SMS बंद रहेगा। इससे OTP फ्रॉड से काफी हद तक बचाव हो सकेगा। ये बदलाव इसलिए किए गए हैं ताकि फ्रॉड लोग सिम स्वैप करके तुरंत OTP हासिल न कर सकें।
DoT का कहना है कि सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। कभी भी अपनी निजी जानकारी, जैसे आधार नंबर, OTP, बैंक डिटेल्स या KYC डिटेल्स किसी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें। सोशल मीडिया पर भी अपनी पर्सनल जानकारी सीमित लोगों के साथ ही शेयर करें। अगर किसी अनजान नंबर से फोन या मैसेज आए जिसमें इनाम, लॉटरी या सिम बंद करने की बात हो तो उसे नजरअंदाज करें। ऐसे मैसेज में दिए गए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें क्योंकि उससे आपके फोन में वायरस या मालवेयर आ सकता है जो आपकी जानकारी चुरा सकता है। सरकार की ओर से दी गई ये चेतावनी हर मोबाइल यूजर के लिए जरूरी है। थोड़ी सी सतर्कता और सही जानकारी के साथ इन साइबर ठगों से बच सकते हैं और अपनी डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Ashutosh Ojha
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