
G20 Summit के दौरान दिल्ली में सुपरफास्ट 5G सर्विस मुहैया कराई जाएगी। यही नहीं, कॉल ड्रॉप्स के मामले में भी कमी देखने को मिलेगा। दूरसंचार विभाग ने इसके लिए खास तैयारी की है। दिल्ली में जगह-जगह नेटवर्क बूस्टर लगाए जा रहे हैं, ताकि इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले मेहमानों, डेलिगेट्स को अच्छी मोबाइल कनेक्टिविटी मिल सके। भारत में होने वाले इस ग्लोबल इवेंट को लेकर पिछले कुछ महीनों से खास तैयारी की जा रही है। दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम में जी-20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे। G20 Summit का आयोजन 9 और 10 सितंबर को किया जा रहा है।
दूरसंचार विभाग (DoT) ने देश की राजधानी में स्थित इवेंट के वैन्यू से लेकर खास इलाकों में टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। साथ ही, विदेशी मेहमानों द्वारा सिम कार्ड खरीदने को लेकर नियमों में जरूरी छूट भी दी गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में मोबाइल सर्विस को बेहतर बनाने के लिए जनवरी में 5,176 बेस ट्रांसिवर (BTS) लगाए गए थे। G20 समिट से पहले 10,662 BTS इंस्टॉल किए गए हैं, ताकि दिल्ली में आने वाले विदेशी मेहमानों के बेहतर 5G कनेक्टिविटी मिल सके। यही नहीं, G20 Summit के वैन्यू यानी भारत मंडपम कॉम्प्लेक्स में फ्री वाई-फाई (Free Wi-Fi) सर्विस मुहैया कराई जा रही है।
दूरसंचार विभाग ने भारत आने वाले विदेशी मेहमानों के लिए मोबाइल कनेक्शन जारी करने के नियमों में छूट की है। भारत आने वाले विदेशी मेहमानों को बिना वन-टाइम पासवर्ड (OTP) वेरिफिकेशन और KYC में छूट दी गई है। इन विदेशी डेलिगेट्स के लिए OTP की बजाय पासपोर्ट वेरिफाई करके सिम कार्ड जारी किया जाएगा। हालांकि, दूरसंचार विभाग का यह नियम केवल G20 Summit के लिए है। इसके बाद नया सिम कार्ड जारी करने के लिए OTP और KYC प्रक्रिया जारी रहेगी।
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों के साथ-साथ दिल्ली में रहने वाले यूजर्स को भी इसका फायदा मिलेगा। शिखर सम्मेलन वाले वैन्यू के आस-पास रहने वाले लोगों के साथ-साथ दिल्ली-NCR में लोगों को बेहतर मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी मिल सकेगी। साथ ही, वो बिना कॉल ड्राप के बात कर सकेंगे।
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