Written By Ajay Verma
Published By: Ajay Verma | Published: Sep 05, 2023, 08:00 PM (IST)
Cyber Attacks in India: भारत में जितनी तेजी से तकनीक का विकास हो रहा है, उतनी तेजी से साइबर अटैक के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। हैकर्स फर्जी ऐप, वेबसाइट के साथ-साथ Trojan और ऐडवेयर का सहारा लेकर लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। इस संबंध में एक रिपोर्ट आई है, जिससे पता चला कि साल 2023 की दूसरी तिमाही में 102.8 मिलियन से अधिक भारतीय साइबर हमलों का शिकार हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा कोलकाता से हैं। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं… और पढें: नहीं चाहते हैक हो जाए स्मार्टफोन, फॉलो करें ये टिप्स
Quick Heal की रिपोर्ट के मुताबिक, लैपटॉप और पीसी के जरिए ज्यादातर लोग साइबर हमलों से प्रभावित हुए। हैकर्स ने लोगों को निशाना बनाने के लिए 7.03 प्रतिशत फर्जी ऐप्लिकेशन, 6.90 प्रतिशत एक्सप्लॉइट, 2.12 प्रतिशत पर क्रिप्टोजैकिंग, 0.32 प्रतिशत पर रैनसमवेयर, 0.84 प्रतिशत पर एडवेयर, 35.15 प्रतिशत पर इंफेक्टर और 37.8 फीसदी पर ट्रोजन का यूज किया। और पढें: इस देश पर होते हैं सबसे ज्यादा साइबर अटैक, बचने के लिए करें ये
रिपोर्ट में बताया गया कि कोलकाता 7.08 मिलियन के साथ साइबर अटैक से प्रभावित शहरों की लिस्ट में शीर्ष पर है। इसके बाद मुंबई 7 मिलियन, पुणे 5.69 मिलियन, नई दिल्ली 5.56 मिलियन, बेंगलुरू 4.86 मिलियन, सूरत 4.16 मिलियन, हैदराबाद 3.50 मिलियन, अहमदाबाद 3.45 मिलियन, चेन्नई 2.36 मिलियन और गुरुग्राम 2.01 मिलियन है।
क्विक हील की रिपोर्ट बताती है कि स्मार्टफोन यूजर्स जिन साइबर हमलों के शिकर हुए, उनमें 41 प्रतिशत मैलवेयर, 35 प्रतिशत एडवेयर और 24 प्रतिशत अनवॉटेड प्रोग्राम हैं। वहीं, कंपनी ने साल की दूसरी तिमाही में कुल 8,184 मैलवेयर हमलों (93 पर डे), 7,114 एडवेयर हमलों (78 पर डे) और 4,735 अनवॉन्टेड प्रोग्राम थ्रेट्स (52 पर डे) का पता लगाया।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने साइबर अटैक से बचने के लिए बताया कि सस्पीशियस ईमेल और फेक ऐप से सतर्क रहना। नियमित रूप से सॉफ्टवेयर अपडेट करना। पर्सनल डेटा सुरक्षित रखने के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना। इसके अलावा, टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन फीचर का उपयोग करना।
आपको बता दें कि हाल ही में दो एंड्रॉइड ऐप की पहचान की गई, जो यूजर्स का निजी डेटा चुरा रहे थे। इन ऐप्लिकेशन का नाम Signal Plus Messenger और FlyGram ऐप है। ये दोनों सिग्नल और टेलीग्राम के फेक वर्जन हैं। हालांकि, अब इन दोनों ऐप को गूगल प्ले-स्टोर और सैमसंग गैलेक्सी स्टोर से हटा दिया गया है।