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Aditya L1 हुआ लॉन्च, अब सूर्य के रहस्य खोलेगा भारत का पहला Solar Mission

Aditya L1 भारत का पहला Solar Mission सफल रहा है। आज यानी 2 सितंबर, 2023 को इसकी लॉन्चिंग सफल रही। इस यान को इसे सूर्य और धरती के सोलर सिस्टम के लाग्रेंज प्वाइंट (Lagrange point) 1 पर भेजा गया है।

Published By: Mona Dixit

Published: Sep 02, 2023, 11:55 AM IST

Aditya L1 solar mission

Story Highlights

  • Aditya L1 भारत का पहला सोलर मिशन लॉन्च हो गया है।
  • इसरो ने इसे आज यानी 2 सितंबर को सुबह 11:50 पर लॉन्च किया है।
  • लॉन्चिंग को इसरो के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया गया है।

Aditya L1 Solar Mission सफलता पूर्वक लॉन्च हो गया है। इसे आज सुबह 11:50 बजे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष बंदरगाह से लॉन्च किया गया है। Indian Space Research Organisation (ISRO) के अनुसार, भारत के पहले सोलर मिशन को सूर्य का अध्ययन करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी लाइव लॉन्चिंग को इसरो के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया गया है। इसे सूर्य और धरती के सोलर सिस्टम के लाग्रेंज प्वाइंट (Lagrange point) 1 पर भेजा गया है। आइये, अन्य डिटेल के लिए आगे पढ़ते हैं।

Aditya L1 लॉन्च सफल

इसरो का पीएसएलवी रॉकेट आदित्य एल1 को लेकर सूर्य के लिए लॉन्च हो गया है। यह यान 1.5 मिलियन (लगभग 15 लाख किलोमीटर) किमी की यात्रा पूरी करेगा। मिशन को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया है। ISRO के सौर मिशन आदित्य एल-1 के लॉन्च के दौरान श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) SHAR में मिशन नियंत्रण केंद्र में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे।

इस पॉइंट पर पहुंचेगा यान

स्पेसक्रॉफ्ट लगभग 125 दिनों में Lagrangian point L1 के आसपास एक हेलो कक्षा में पहुंचने की उम्मीद है। यह एक ऐसा पॉइंट है, जहां कोई चीज पहुंचती है तो बनी रहती है। यहां दो बड़े द्रवमानों का गुरुत्वाकर्षण खिंचाब बराबर हो जाता है। इस जगह सूर्य को बिना किसी रुकावट के कई दिनों तक आराम से दूर तक साफ देखा जा सकेगा। इस पॉइंट को सूर्य के पास माना जाना है।

मिशन का उद्देश्य

मिशन के प्रमुख उद्देश्यों में कोरोनल हीटिंग और सौर पवन त्वरण, कोरोनल मास इजेक्शन की शुरुआत और निकट-पृथ्वी अंतरिक्ष मौसम और सौर पवन वितरण को समझना शामिल है।

आदित्य-एल1 मिशन में सात वैज्ञानिक पेलोड गए हैं, दो सूर्य के आसपास के वातावरण का अध्ययन करेंगे।

इसरो के सौर मिशन आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग को देखने के लिए सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र SDSC) SHAR श्रीहरिकोटा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद हुए।

TRENDING NOW

बता दें कि आदित्य L1 मिशन के लिए इसरो ने नई जेनरेशन के PSLV-C57 रॉकेट को यूज किया है। यह PSLV सीरीज का 59वां रॉकेट है।

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Author Name | Mona Dixit

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