Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: May 09, 2023, 08:31 AM (IST)
WhatsApp allows users to link laptops through WhatsApp Web and up to four smartphones. Users can review linked devices regularly and they can allow logout from other devices through their primary device.
Truecaller और WhatsApp ने फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगाने के लिए हाथ मिलाया है। जल्द ही, Truecaller की कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp के लिए शुरू हो जाएगी। इस सर्विस के जरिए इंटरनेट के जरिए किए जाने वाले फर्जी कॉल्स और मैसेज का पता चल सकेगा। Truecaller के CEO ने इस बात की घोषणा की है। फिलहाल यह सर्विस बीटा फेज में है। इसे कुछ यूजर्स के साथ टेस्ट किया जा रहा है। टेस्टिंग पूरी होने के बाद ट्रूकॉलर इसे व्हाट्सऐप के सभी यूजर्स के लिए रोल आउट करेगा। और पढें: 15 जनवरी के बाद WhatsApp पर नहीं चलेगा ये AI असिस्टेंट, Meta की नई पॉलिसी के तहत हुआ बड़ा बदलाव
Truecaller के CEO एलन ममेडी (Alan Mamedi) ने रॉयटर्स को बताया कि इस सर्विस को मई के आखिर तक सभी यूजर्स के लिए ग्लोबली लॉन्च किया जाएगा। पिछले कुछ सालों में इंटरनेट कॉल्स और मैसेज के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड के कई मामले सामने आए हैं। 2021 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर यूजर को एक महीने में कम से कम 17 फर्जी कॉल्स व्हाट्सऐप पर आते हैं। और पढें: WhatsApp पर बिना नंबर सेव किए कैसे करें Chat, अब सबके नंबर सेव करना करें बंद
इंटरनेट फर्जी कॉल्स के अलावा टेलीकॉम रेगूलेटर TRAI ने भी टेलीकॉम कंपनियों को ऑफलाइन आने वाले फर्जी कॉल्स और SMS को ब्लॉक करने के लिए कहा है। इसके लिए टेलीकॉम कंपनियां Airtel और Jio ने AI बेस्ड सर्विस रोल आउट करना शुरू कर दिया है। इन दोनों लीडिंग टेलीकॉम कंपनी के पास 70 प्रतिशत यूजर्स हैं। वहीं, Vi भी इस तरह के AI बेस्ड सिस्टम को टेस्ट कर रहा है। आने वाले कुछ महीनों में सभी टेलीकॉम कंपनियां ऑफलाइन फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगा देंगी। और पढें: WhatsApp पर अब लंबा वॉइस मैसेज सुनने का झंझट खत्म, ऐसे बदलें टेक्स्ट में
ट्रू कॉलर के CEO एलम ममेडी ने कहा कि हमनें भारत में WhatsApp के जरिए स्पैम यानी फर्जी कॉल्स की संख्या में जबरदस्त ग्रोथ देखा है। ऐसे में इंटरनेट के जरिए किए जाने वाले फर्जी कॉल्स पर रोक लगाने की जरूरत है। WhatsApp भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है। ऐसे में यूजर्स को आने वाले फेक कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए ब्लॉकिंग सर्विस की सख्त जरूरत है।
Truecaller के लिए भी भारत एक प्रोमिनेंट यानी प्रमुख बाजार है। इस कॉलर आईडी ऐप के भारत में 250 मिलियन यानी 25 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं, जबकि ग्लोबली 350 मिलियन यूजर्स इस सर्विस को इस्तेमाल करते हैं। ट्रू कॉलर अपनी एडवर्टाइजिंग, ऐप सब्सक्रिप्शन और वेरिफाइड लिस्टिंग के जरिए रेवेन्यू कमाता है। WhatsApp के लिए यह सॉल्यूशन लाने के बाद कंपनी के बिजनेस के साथ-साथ यूजर्स को भी फायदा मिल सकता है। यूजर्स व्हाट्सऐप पर फर्जी कॉल्स या मैसेज की पहचान कर सकेंगे।