चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर उतरकर इतिहास रच दिया है।
विक्रम लैंडर ने चांद की सतह पर उतरने के बाद की तस्वीर भेजी है, जिसमें लैंडर का एक पैर दिख रहा है।
इसरो ने चांद की सतह की कुछ तस्वीरें शेयर की है, जिनमें वहां की धरती देखी जा सकती है।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग साइट पर कई खुरदुरे गड्ढ़े देखे जा सकते हैं।
चंद्रयान 3 को चांद की सतह पर लैंड कराना आसान नहीं था, लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों की मेहनत रंग लाई है।
चांद की सतह पर चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर अगले 14 दिनों तक रहेगा।
इस दौरान प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर के जरिए इसरो के बेंगलुरू स्थित कमांड सेंटर से संपर्क में रहेगा।
प्रज्ञान रोवर चांद की लैंडिंग साइट के आस-पास की जमीन का परीक्षण करेगा और जानकारियों को इसरो को भेजेगा।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास खनिज का भंडार है। चंद्रयान-3 का रोवर उसके बारे में पता लगाएगा।