लैपटॉप की बैटरी फुल हो जाने के बाज उसे चार्जिंग पर न लगाएं। इससे वह हीट भी करता है और इससे बैटरी लाइफ पर भी खराब असर पड़ता है।
Windows 11 में सेटिंग में जाकर सिस्टम में पावर मोड का ऑप्शन मिलेगा। इसे ऑन करके बैटरी लाइफ को बढ़ा सकते हैं।
बैटरी को डिस्चार्ज होने से पहले ही चार्जिंग पर लगा लें। इससे लैपटॉप की बैटरी लाइफ अच्छी रहती है और वह परफॉर्म करती है। डिस्चार्ज होने पर चार्ज होने में अधिक समय लगता है और लैपटॉप गर्म हो जाता है।
आपको कोशिश करनी चाहिए कि लैपटॉप को ऐसी जगह रखकर यूज करें, जहां वह ज्यादा हीट न करे। लैपटॉप गर्म होने से उसकी बैटरी लाइफ पर भी असर पड़ता है।
आप अपने लैपटॉप की बैटरी हेल्थ जांचने के लिए इससे संबंधित सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं। समय-समय पर बैटरी हेल्थ जरूर जांचते रहें।
अगर आप लैपटॉप में वाई-फाई से इंटरनेट का यूज नहीं कर रहे हैं तो उसे ऑफ कर दें। साथ ही Bluetooth भी बंद रखें। इससे बैटरी कम खर्च होगी और उसे अधिक चार्ज नहीं करना होगा।
लेटेस्ट OS न सिर्फ नए फीचर लेकर आता है बल्कि परफॉर्मेंस में भी सुविधा करता है। इस कारण लैपटॉप को अपडटे रखें ताकि वह बैटरी से संबंधित दिक्कतों को हल कर पाएगा।
कई ऐप्स लैपटॉप की अधिक बैटरी खाते हैं और उन पर लोड डालते हैं। जो ऐप्स यूज नहीं कर रहें, उन्हें लैपटॉप से हटा दें।
लैपटॉप को चार्ज करने के लिए हमेशा ओरिजनल चार्जर यूज करें। गलत चार्जर यूज करने से बैटरी चार्ज होने में भी समय लेती है और इससे उसके खराब होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
अगर आपको लग रहा है कि आपके लैपटॉप की बैटरी कम बैक अप दे रही है तो तुरंत उसको दिखाएं। बैटरी पूरी तरह से खराब बोने का इंतजार न करें।