Koo ने सोशल मीडिया पर यूजर्स की सेफ्टी बढ़ाने के उद्देश्य से नई एक्टिव मॉडरेशन फीचर लेकर आया है।
कंपनी ने एक इन-हाउस एल्गोरिथम डेवलप किया है, जिसे 'मिसइन्फो और डिसइन्फो एल्गोरिथम' कहता है। यह फर्जी समाचारों के पब्लिक और प्राइवेट दोनों सोर्स का यूज करके सभी वायरल और रिपोर्ट की गई नकली खबरों को लगातार और तुरंत स्कैन करता है।
ऐप का 'MisRep Algorithm' नाम का इन-हाउस एल्गोरिद्म नियमित रूप से अपने प्लेटफॉर्म को स्कैन करता है। यह उन लोगों के लिए सर्च करता है कि जो लोकप्रिय यूजर्स को उस कंटेंट, फोटो, वीडियो या लोकप्रिय व्यक्तियों की डिटेल का यूज करने का प्रयास कर रहा है।
यूजर्स को ऐसे कंटेंट के लिए चेतावनी ओवरले दिया जाता है, जिसमें अधिक ब्लड, जमा हुआ खून या हिंसात्मक कार्य शामिल होते हैं।
कंपनी के अनुसार, इसकी इन-हाउस तकनीक 10 सेकंड से भी कम समय में टॉक्सिक कमेंट और अभद्र भाषा का पता लगाती है और उसे हटा देती है। इससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे जनता को दिखाई न दें।
Koo के इन-हाउस "नो न्यूडिटी एल्गोरिथम" को कंपनी ने बाल यौन शोषण कंटेंट, नग्नता या यौन कंटेंट वाले फोटो या वीडियो को अपलोड करने के लिए यूजर्स द्वारा किए गए किसी भी प्रयास को एक्टिव से पहचानने और तुरंत ब्लॉक करने के लिए डिजाइन किया गया है।
कंपनी के इन नए फीचर्स से अब यूजर्स को ऐप का यूज करने में कोई दिक्कत नहीं होगी और वे सेव भी रहेंगे।