
OnePlus 13 पहला look: 24GB RAM, magnetic charging, और काफी कुछ
Israel-Hamas war के चलते बड़ी Tech Firms दूसरे देशों में शिफ्ट हो सकती हैं, जिनमें इंडिया का भी नाम है। हमास और इजरायल के बीच शुरू हुए युद्ध का असर दुनियाभर के बाजार पर भी दिखने लगा है। विशेषज्ञों और निवेषकों की मानें तो इसका असर टेक कंपनियों काफी ज्यादा दिख रहा है। टेक इंडस्ट्री ने पिछले दशकों में इजरायल में तेजी से ग्रोथ हासिल की है, लेकिन सूत्रों की मानें तो अब इस युद्ध के चलते इजरायल में itel अपना बिजनेस समेटने पर विचार कर सकती है। itel इजरायल में सबसे बड़ा प्राइवेट एम्प्लॉयर और एक्सपोर्टर है। फिलहाल itel की तरफ से चिप प्रोडक्शन की रोक को लेकर कोई खबर सामने नहीं दिख रही। जून में ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि intel देश में 25 अरब डॉलर का निवेश करने की प्लानिंग में है। वहीं Nvidia ने तेल अवीव में होने वाले अपने AI समिट को रद्द कर दिया। बता दें, Nvidia आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कम्प्यूटर ग्राफिक्स के लिए चिप बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी चिप मेकर है. कंपनी ने खुद घोणषा करते हुए कहा कि अगले हफ्ते होने वाले अपने AI समिट को उन्होंने कैंसल किया है। हालांकि, इजरायल बेस्ट टॉवर सेमीकंडक्टर कंपनी का कहना है कि उनका कामकाज पहले की तरह ही चल रहा है। यह कंपनी मिक्स्ड सेमीकंडक्टर्स, खासकर ऑटोमैटकिक और कंज्यूमर इंड्रीज के लिए बनाती हैं, इजरायल में IBM, Apple, Microsoft, Google & Facebook सभी के ऑफिस हैं। ये तो वो कंपनियां हैं जो काफी फेमस हैं लगभग 500 से ज्यादा टेक कंपनियां इस देश में एक्टिव हैं जिनमें से कुछ ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स और कुछ रिसर्च एंड डिवेलपमेंट सेंटर्स भी शामिल हैं। ये सभी कंपनियां 10 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरियां दे रही हैं। भारतीय कंपनियां TCS और Wipro की बात करें जो कि India में भी काफी अच्छा बिजनेस कर रही हैं। तो ये दोनों कंपनियां भी अपने बिजनेस की रणनीति इजराइल-हमास युद्ध के चलते बदल सकती हैं। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की मानें तो इजरायल में मौजूद ऑफिस और ऑपरेशंस भारत में शिफ्ट कर सकती हैं। हालांकि, यहां बड़ा रोल टाइम जोन का भी है तो खबरें ऐसी भी हैं कि इजरायल के टाइम जोन को मैच करती हुई मिडल ईस्ट और ईस्टर्न यूरोप के देशों में भी इन कंपनियों को शिफ्ट किया जा सकता है।
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