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मोबाइल चोरी या खोने के बाद तुरंत करें ये काम, सरकार का पोर्टल ट्रैक करेगा आपका फोन

आजकल मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन अगर ये चोरी हो जाए या कहीं खो जाए तो टेंशन बढ़ना लाजमी है। अब परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार का Sanchar Saathi पोर्टल आपके फोन को ट्रैक करने में मदद करेगा। आइए जानते हैं।

Published By: Ashutosh Ojha | Published: Aug 22, 2025, 01:57 PM (IST)

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आज के समय में मोबाइल फोन खो जाना या चोरी हो जाना किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। फोन में न सिर्फ हमारा पर्सनल डेटा होता है, बल्कि बैंकिंग डिटेल्स, आधार जैसी संवेदनशील जानकारियां भी रहती हैं। ऐसे में मोबाइल खोना या चोरी होना बड़ी परेशानी खड़ी कर देता है, लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए एक खास पोर्टल लॉन्च किया है। Sanchar Saathi पोर्टल नाम का यह सिस्टम खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक, ब्लॉक और रिकवर करने में मदद करता है। यह पहल Department of Telecommunications के तहत काम करने वाले C-DOT (Centre for Development of Telematics) ने शुरू की है। लॉन्च के बाद से अब तक लाखों स्मार्टफोन ब्लॉक और रिकवर किए जा चुके हैं। news और पढें: Sanchar Saathi प्लेटफॉर्म पर चोरी हुए फोन को कैसे करें ट्रैक? जानें स्टेप-बाय-स्टेप पूरा प्रोसेस

कैसे काम करता है Sanchar Saathi पोर्टल

सरकार के इस पोर्टल का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति आपके खोए फोन का गलत इस्तेमाल न कर सके। इस पोर्टल में एक खास सिस्टम Central Equipment Identity Register (CEIR) लगाया गया है, जो हर मोबाइल के यूनिक IMEI नंबर के आधार पर काम करता है। अगर आपका फोन चोरी हो जाता है या कहीं खो जाता है, तो आप इसे पोर्टल पर रिपोर्ट कर सकते हैं। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद फोन का IMEI नंबर ब्लैकलिस्ट हो जाता है और जैसे ही फोन दोबारा किसी नेटवर्क पर एक्टिव होता है, पुलिस और टेलीकॉम ऑपरेटर को अलर्ट भेज दिया जाता है। इस प्रक्रिया से मोबाइल को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। news और पढें: चोरी हुआ फोन कैसे करें ट्रैक, जानें आसान तरीका

शिकायत दर्ज करने की आसान प्रक्रिया

खोए या चोरी हुए मोबाइल की शिकायत दर्ज करने के लिए कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होते हैं। सबसे पहले यूजर को अपने टेलीकॉम ऑपरेटर से डुप्लिकेट SIM लेना होता है और पुलिस में FIR दर्ज करानी होती है। इसके बाद www.ceir.gov.in वेबसाइट पर जाकर “Block/Stolen Mobile” ऑप्शन चुनना होता है। यहां यूजर को मोबाइल का IMEI नंबर, शिकायत की डिटेल, आधार से जुड़ा पता और एक अल्टरनेट नंबर भरना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद सिस्टम अपने आप पुलिस, साइबर क्राइम यूनिट और टेलीकॉम कंपनी को जानकारी भेज देता है। अगर फोन दोबारा इस्तेमाल होता है तो नेटवर्क पर तुरंत अलर्ट ट्रिगर होता है और फोन की लोकेशन ट्रेस कर उसे रिकवर किया जा सकता है।

लाखों फोन रिकवर, फोन चोरी मामलों में दिल्ली सबसे आगे

सरकारी रिपोर्ट के अनुसार Sanchar Saathi पोर्टल की मदद से अब तक 4 लाख से ज्यादा खोए या चोरी हुए फोन उनके असली मालिकों तक वापस पहुंच चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा केस Delhi-NCR से आए हैं, जहां 7.9 लाख से ज्यादा लोगों ने शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद महाराष्ट्र में 4.18 लाख और कर्नाटक में 3.90 लाख केस सामने आए। वहीं सबसे कम मामले लक्षद्वीप से आए, जहां सिर्फ 11 शिकायतें दर्ज हुईं। C-DOT का कहना है कि अगर मोबाइल खोने या चोरी होने की रिपोर्ट जल्दी दर्ज कराई जाए, तो फोन को ट्रैक करना आसान हो जाता है। इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि मोबाइल गायब होने पर तुरंत पुलिस में FIR करवाएं और साथ ही Sanchar Saathi पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। यह पोर्टल न सिर्फ आपका फोन वापस दिलाने में मदद करता है, बल्कि मोबाइल चोरी जैसी घटनाओं को रोकने में भी बड़ा कदम साबित हो रहा है।