Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Nov 23, 2025, 10:45 AM (IST)
Geyser
सर्दियां शुरू होते ही ज्यादातर घरों में गीजर का इस्तेमाल बढ़ जाता है। ठंड के मौसम में गर्म पानी की जरूरत हर रोज होती है, लेकिन कई बार गीजर पानी को गर्म करने में बहुत ज्यादा समय लेने लगता है। ऐसी स्थिति में परेशानी भी बढ़ती है और बिजली का खर्च भी। एक्सपर्ट के अनुसार, गीजर का देर से पानी गर्म करना एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे नजरअंदाज करने से गीजर की लाइफ कम हो जाती है। अक्सर लोग समझ नहीं पाते कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि गीजर पहले की तरह काम नहीं कर रहा। इस समस्या के पीछे कई टेक्निकल कारण होते हैं, जिन्हें समय पर ठीक किया जाए तो गीजर दोबारा पहले जैसी स्पीड से पानी गर्म कर सकता है।
गीजर के पानी देरी से गर्म होने का सबसे बड़ा कारण होता है स्केलिंग। समय के साथ पानी में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स हीटिंग एलिमेंट और टैंक की अंदरूनी दीवारों पर परत बनाकर जम जाते हैं जैसे-जैसे यह परत मोटी होती जाती है, हीटिंग एलिमेंट का पानी से सीधा संपर्क कम हो जाता है, जिससे पानी गर्म होने की स्पीड काफी कम हो जाती है। कई बार स्केलिंग इतनी बढ़ जाती है कि हीटिंग एलिमेंट जल भी सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर सर्दी शुरू होने से पहले गीजर की सर्विस जरूर करवानी चाहिए जिसमें टैंक की डीस्केलिंग और एलिमेंट की सफाई की जाती है। इससे गीजर फिर से तेजी से पानी गर्म करने लगता है और बिजली की खपत भी कम होती है।
गीजर में मौजूद थर्मोस्टेट पानी के तापमान को कंट्रोल करता है। कई बार लोग तापमान को कम सेट कर देते हैं, जिसकी वजह से गीजर पानी देर से गर्म करता है। अगर तापमान सही होता है फिर भी गीजर धीमा काम करे, तो इसका मतलब थर्मोस्टेट खराब हो सकता है और उसे बदलना जरूरी हो जाता है। वहीं बिजली की सप्लाई भी गीजर पर सीधा असर डालती है। 200 वोल्ट से कम वोल्टेज मिलने पर हीटिंग एलिमेंट पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाता और पानी गर्म होने में समय लगता है। पुराने वायरिंग सिस्टम, खराब सॉकेट या वोल्टेज फ्लक्चुएशन वाले इलाकों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसलिए एक्सपर्ट्स वोल्टेज स्टेबलाइजर इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
अगर गीजर का एलिमेंट, थर्मोस्टेट और बिजली सप्लाई सब कुछ ठीक है, फिर भी पानी देर से गर्म हो रहा है तो इसकी वजह पानी का कम प्रेशर हो सकता है। कम प्रेशर के कारण गीजर में पानी धीरे-धीरे आता है, जिससे उसकी हीटिंग साइकिल लंबी हो जाती है। ऐसी स्थिति में प्लंबर की मदद लेकर घर के पाइपलाइन या नलों में प्रेशर ठीक करवाना जरूरी है। एक्सपर्ट का कहना है कि गीजर को बेहतर और तेज चलाने के लिए साल में एक बार सर्विस और सही इलेक्ट्रिकल चेकअप बहुत जरूरी है। समय पर देखभाल करने से गीजर की लाइफ भी बढ़ती है और बिजली का बिल भी कम आता है।