
Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Oct 09, 2025, 12:53 PM (IST)
Ulaa Browser
भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी Zoho लगातार अपने नए प्रोडक्ट्स के साथ ग्लोबल दिग्गजों को चुनौती दे रही है। हाल ही में Zoho का मैसेजिंग ऐप Arattai App Store और Play Store पर टॉप रैंकिंग हासिल कर चुका है और यूजर्स से खूब पसंद किया गया है। इसी सफलता के बाद अब Zoho ने Ulaa Browser लॉन्च किया है, जो सीधे Google Chrome और Apple Safari जैसी फेमस ब्राउजर्स को टक्कर देने के लिए तैयार किया गया है। Ulaa Browser की खासियत यह है कि यह यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देता है। और पढें: WhatsApp के Meta AI को टक्कर देने जल्द आ रहा है Arattai में Zia AI, Zoho CEO मणि वेंबु ने दी बड़ी जानकारी
Ulaa Browser क्रोमियम बेस्ड है, यानी तकनीकी तौर पर यह Google Chrome की तरह ही है लेकिन इसमें एक बड़ी खासियत है यह यूजर का डेटा इकट्ठा नहीं करता, न ही स्टोर करता है और न ही बेचता है। Zoho का कहना है कि Ulaa Browser के जरिए आपके व्यक्तिगत डेटा को पूरी तरह सुरक्षित रखा जाता है और आपकी ऑनलाइन एक्टिविटि पर Ads कंपनियों की नजर नहीं पड़ती। इसके अलावा ब्राउजर में बिल्ट-इन एड ब्लॉकर्स और ट्रैकर प्रोटेक्शन भी मौजूद है, जिससे इंटरनेट ब्राउजिंग साफ-सुथरी और सुरक्षित रहती है।
Ulaa Browser कई प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है Android, iOS, Windows, Mac और Linux, इसमें अलग-अलग प्रोफाइल मोड दिए गए हैं जैसे Work, Personal, Kids, Developer और Open Season, वर्क मोड विशेष रूप से ऑफिस और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए है जबकि डेवलपर मोड वेब डेवलपर्स और टेस्टर्स के लिए यूजफुल है। प्राइवेट मोड सामान्य यूजर्स के लिए है। इसके साथ ही Ulaa Browser Zoho के SSO ऑथेंटिकेशन सिस्टम के साथ इंटीग्रेटेड है, जिससे Zoho के किसी भी एप्लिकेशन में एक ही लॉगिन से सुरक्षित एक्सेस मिलता है। इसके अलावा Zia, Zoho का AI-पावर्ड यूनिफाइड सर्च सिस्टम भी इस ब्राउजर में काम करता है।
हालांकि Ulaa Browser ने भारतीय और ग्लोबल बाजार में काफी ध्यान खींचा है और भारतीय Web Browser Development Challenge भी जीत चुका है, फिर भी इसमें AI फीचर्स की कमी है। वर्तमान समय में Perplexity जैसी कंपनियां AI आधारित Comet Browser बना रही हैं और OpenAI का ChatGPT एजेंट भी ब्राउजर की तरह काम करता है, अगर Zoho Ulaa Browser को Chrome जैसी लोकप्रियता दिलाना चाहता है तो इसे आने वाले समय में AI एजेंट फीचर्स अपनाने होंगे, फिर भी Ulaa Browser का यह प्रयास भारत में बने सॉफ्टवेयर की वैश्विक पहचान को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।