
Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Aug 15, 2025, 01:33 PM (IST)
NPCI New UPI Rules 2025
1 अक्टूबर 2025 से PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे मशहूर UPI ऐप्स पर अब पैसे मांगने (Money Request) का ऑप्शन नहीं मिलेगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बैंकों और पेमेंट ऐप्स को आदेश दिया है कि इस फीचर को हटा दें। यह कदम ऑनलाइन धोखाधड़ी रोकने के लिए उठाया गया है। NPCI ने 29 जुलाई को एक नोटिस जारी कर कहा कि 1 अक्टूबर 2025 के बाद कोई भी P2P “कलेक्ट रिक्वेस्ट” भेजा या प्रोसेस नहीं किया जाएगा। मतलब अब आप सिर्फ किसी को पैसे भेज सकेंगे, लेकिन UPI ऐप से किसी से पैसे मांग नहीं पाएंगे।
पहले UPI से कोई भी यूजर एक बार में 2000 रुपये तक और दिन में 50 बार तक पैसे मांग सकता था। लेकिन इसी फीचर का कई फ्रॉड करने वाले लोग गलत फायदा उठाने लगे। वे फर्जी पैसे मांगने का रिक्वेस्ट भेजकर लोगों से पैसा ठग लेते थे। इसी वजह से NPCI ने यह सुविधा बंद करने का फैसला किया है। अब UPI पर सिर्फ वही ट्रांजैक्शन होंगे जो भेजने वाला खुद शुरू करे। यानी अब आपको खुद QR कोड स्कैन करना होगा या UPI ID डालकर पैसे भेजने होंगे। इससे आपके पास पूरे लेन-देन का कंट्रोल रहेगा।
🚨 UPI request money feature will be removed from the UPI apps from October 1, 2025. pic.twitter.com/GjbHI7HYHq
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) August 14, 2025
NTT DATA पेमेंट सर्विसेज इंडिया के CFO राहुल जैन ने कहा कि इस फीचर को खत्म करने से फ्रॉड के मामलों में काफी कमी आएगी और UPI को एक सुरक्षित और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा “UPI वैसे तो पहले से ही तेज और आसान है, लेकिन अब यह और भी सुरक्षित हो जाएगा क्योंकि इसमें से एक हाई-रिस्क चैनल को हटा दिया गया है।” इसी तरह कैशफ्री पेमेंट्स के को-फाउंडर रीजू दत्ता ने कहा कि यह बदलाव डिजिटल पेमेंट्स में यूजर्स को ज्यादा कंट्रोल देगा और लोगों का भरोसा मजबूत करेगा।
इस बदलाव के बाद अगर किसी को पैसे भेजने हैं तो वह सिर्फ खुद से भेज सकता है। यानी अब कोई आपको ऐप के जरिए रिक्वेस्ट भेजकर पैसे नहीं मांग पाएगा। इससे उन लोगों को फायदा होगा जो स्कैमर्स के शिकार हो जाते थे। अब सभी ट्रांजैक्शन यूजर-इनिशिएटेड होंगे, जिससे आपके पैसे सिर्फ आपकी मंजूरी से ही ट्रांसफर होंगे। यह कदम डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुरक्षित बनाने की दिशा में NPCI का एक बड़ा और अहम फैसला माना जा रहा है।