Published By: Harshit Harsh | Published: Jan 31, 2023, 12:50 PM (IST)
Image: Parliament TV
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र से पहले अपने अभिभाषण में मौजूदा एनडीए सरकार के 9 सालों के कार्यकाल के बारे बताया। संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने आधुनिक और आत्मनिर्भर भारत की छवि प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का नजरिया बदला है। जो भारत कभी अपनी अधिकांश समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की अधिकांश समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है। जिन मूल सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिली है।
प्रेसिडेंट ने अपने अभिभाषण में आगे कहा कि जिस आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की हम कभी कामना करते थे वह इन वर्षों में देश में बनना शुरू हुआ है। आज भारत में एक ऐसा डिजिटल नेटवर्क तैयार हुआ है, जिससे विकसित देश भी प्रेरणा ले रहे हैं। क्रेंद सरकार की नीतियों की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत में अभूतपूर्व स्पीड और स्केल पर काम करने वाली सरकार है।
द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण ने केन्द्र सरकार की डिजिटल इंडिया पॉलिसी की तारीफ करते हुए कहा कि आज भारत में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनकल्याण को सर्वोपरि रखने वाली सरकार है। जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है।
बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है। सरकार ने एक तरफ काशी-तमिल संगमम् के जरिए एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना मजबूत की है, वहीं वन नेशन, वन राशन कार्ड जैसी आधुनिक व्यवस्था भी बना रही है। डिजिटल इंडिया और 5G टेक्नोलॉजी में भारत के सामर्थ्य का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है।
हमारी विरासत हमें जड़ों से जोड़ती है और हमारा विकास आसमान को छूने का हौसला देता है। इसलिए मेरी सरकार ने विरासत को मजबूती देने और विकास को प्राथमिकता देने की राह चुनी है। pic.twitter.com/KCcSKrlAce
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2023
मोबाइल मैन्युफेक्चरिंग के बारे में बोलते हुए प्रेसिडेंट ने कहा कि मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरु हो चुका है। आज भारत में मैन्युफेक्चरिंग की अपनी कैपेसिटी भी बढ़ रही है और दुनिया भर से भी मैन्युफेक्चरिंग कंपनियां भारत आ रही हैं। भारत में बने सामान का निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
कुछ वर्ष पहले तक हम बड़ी मात्रा में मोबाइल फोन आयात करते थे। आज भारत दुनिया में मोबाइल फोन का एक बड़ा निर्यातक बन चुका है। स्टार्ट अप्स के बारे में बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि 2015 में भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें नंबर पर था। पिछले 7 साल में भारत 40वें स्थान पर आ गया है। 7 साल पहले जहां भारत में कुछ सौ रजिस्टर्डड स्टार्ट अप्स ही थे, वहीं आज यह संख्या लगभग 90 हजार पहुंच रही है।