Published By: Harshit Harsh | Published: Jan 23, 2023, 08:58 PM (IST)
Twitter इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कंपनी के नए मालिक एलन मस्क ने पिछले दिनों सब्सक्रिप्शन फीचर लॉन्च किया है। यही नहीं, ट्विटर के करीब 70 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी है। पिछले सप्ताह रेवेन्यू जेनरेट करने के लिए ऑफिस के सामान की नीलामी की गई थी। सामने आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन ऑक्शन के जरिए ट्विटर के कई ऑफिस एसेट को बेचा गया। और पढें: X App का बड़ा अपडेट, आया ड्राफ्ट सिंक फीचर, मिलेगा ये कामाल का फायदा
एलन मस्क ने ट्विटर को एक फायदे की कंपनी बनाने के लिए कर्मचारियों को फ्री में मिलने वाले खाना को भी बंद किया है। साथ ही, ऑफिस एक्सपेंस में भी बड़ी मात्रा में कटौती की गई है। ट्विटर ने इस ऑनलाइन ऑक्शन को हैरीटेज ग्लोबल पार्टनर की मदद से अंजाम दिया है। 17 जनवरी को हुई इस नीलामी में ऑफिस के फर्नीचर, कॉफी मशीन, कांफ्रेंस टेबल, लोगो, सिंबल और आइकॉनिक ब्लू बर्ड स्टैचू की बोली लगाई गई। ऑनलाइन लगी इस बोली में ट्विटर ब्लू बर्ड स्टैचू के लिए सबसे ज्यादा 1 लाख डॉलर (लगभग 78 लाख रुपये) की बोली लगाई गई। और पढें: Elon Musk का तोहफा- भारत में घटी X सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतें, अब सस्ते में मिलेगा Blue Tick
इस ऑक्शन में बिकने वाले अन्य आइटम्स की बात करें तो 190 सेमी का एक प्लांटर बॉक्स डिजाइन किया गया @ सिम्बल है, जिसकी कीमत 15 हजार डॉलर (लगभग 12.22 लाख रुपये) लगाई गई। इसके अलावा ट्विटर का कांफ्रेंस रूम टेबल 10,500 डॉलर (लगभग 8.55 लाख रुपये) में नीलाम हुआ। ट्विटर के ऑफिस से मरजोको एसप्रेसो मशीन 13,500 हजार डॉलर (लगभग 10.5 लाख रुपये) में बिका। इन सामानों के अलावा ट्विटर के ऑफर से साइकिल से चलने वाले चार्जिंग स्टेशन, स्टैंडिंग डेस्क, गूगल जामबोर्ड, डिजाइनर फर्नीचर आदि नीलाम हुए। और पढें: X पर 500 फॉलोवर्स के साथ कमाएं मोटा पैसा, ऐसे अकाउंट करें मोनेटाइज
एलन मस्क द्वारा ट्विटर खरीदने के बाद से ही यह कई वजहों से सुर्खियों में रहा है। मस्क ने ट्विटर खरीदने के साथ ही कंपनी के CEO पराग अग्रवाल समेत कई टॉप आफिसर को सबसे पहले कंपनी से निकाला। इसके बाद हजारों कर्मचारियों की छंटनी की, जिसकी वजह से पिछले तीन महीनों से माइक्रोब्लॉगिंग कंपनी विवादों में रही है। ट्विटर की बागडोर एलन मस्क के हाथ में आने के बाद कई एडवर्टाइजर्स ने अपने हाथ पीछे खींच लिए, जिसकी वजह से कंपनी की वित्तीय हालात कमजोर हुई है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर सबकुछ ठीक नहीं रहा तो कंपनी दिवालिया हो सकती है।