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National Startup Day: इन 5 स्टार्ट-अप ने टेक इंडस्ट्री में मचाई धूम

National Startup Day: पीएम मोदी ने पिछले साल नेशनल स्टार्टअप डे मनाए जाने की घोषणा की। नेशनल स्टार्टअप डे को हर साल 16 जनवरी को मनाया जाएगा, जिसकी वजह से देश के स्टार्टअप कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा।

Published By: Harshit Harsh | Published: Jan 16, 2023, 01:18 PM (IST)

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National Startup Day: पिछले साल 2022 में पीएम मोदी ने 16 जनवरी को नेशनल स्टार्ट-अप डे के तौर पर सेलिब्रेट करने की घोषणा की थी। 2016 में लॉन्च हुए Startup India प्रोग्राम को बढ़ावा देने के लिए हर साल 16 जनवरी को नेशनल स्टार्टअप डे के तौर पर मनाया जाएगा। स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम के लॉन्च होने के महज 7 साल के अंदर ही भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम वाला देश बन गया है।

साल 2016 में भारत के पास 471 स्टार्टअप कंपनियां थीं, जो अब बढ़कर 88 हजार से ज्यादा हो गई हैं। इन स्टार्टअप इंडस्ट्री की ग्रोथ में टेक्नोलॉजी का महत्वपूर्ण योगदान है। कई टेक्नोलॉजी कंपनियों ने कम समय में ही अपनी पहचान बना ली है। आइए, जानते हैं देश के 5 लोकप्रिय स्टार्टअप कंपनियों के बारे में…

CRED

CRED एक भारतीय फिनटेक (फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी) कंपनी है, जो बेंगलुरू में स्थित है। 2018 में कुणाल शाह ने इस फिनटेक कंपनी की स्थापना की है। इस समय CRED भारत का पांचवां सबसे बड़ा UPI पेमेंटिंग प्लेटफॉर्म बन गया है, जिसके जरिए करोंडों रुपये के ट्रांजेक्शन होते हैं। CRED को क्रेडिट कार्ड पेमेंट करने पर रिवॉर्ड बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तौर पर लॉन्च किया गया था। इस समय इस स्टार्टअप कंपनी का रेवेन्यू 88.6 करोड़ रुपये से ऊपर है।

Dream11

Dream11 एक ऑनलाइन फैंटसी गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जिसपर क्रिक्रेट, हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, वॉलीबॉल, रग्बी जैसे गेम्स के लिए यूजर्स अपनी फैंटसी टीम बनाते हैं। ड्रीम11 को साल 2008 में एक स्टार्टअप कंपनी के तौर पर हर्ष जैन ने लॉन्च किया था। 2019 में यह भारत की पहली यूनिकॉर्न फैंटसी स्पोर्ट कंपनी बन गई। इसका कुल रेवेन्यू 8 बिलियन डॉलर यानी 2,705 करोड़ रुपये है।

PharmEasy

PharmEasy एक भारतीय ई-कॉमर्स स्टार्टअप कंपनी है, दो देश के 1000 से ज्यादा शहरों में दवाईयां डिलीवर कराती है। साल 2015 में मुंबई के धर्मिल सेठ और धवल सेठ ने इस स्टार्टअप कंपनी की शुरुआत की थी। महज 5 सालों में ही यह भारत के मैट्रो और टीयर 2 शहरों में दवाईयों की होम डिलीवरी शुरू कर दी। 2020 में PharmEasy को API होल्डिंग कंपनी के साथ मर्ज कर दिया गया। वहीं, Thyrocare ने इसे 2021 में एक्वायर कर लिया।

Koo

Koo को देसी ट्विटर भी कहा जाता है। मार्च 2020 में कू को माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर लॉन्च किया गया। महज दो साल में ही इस ऐप को ग्लोबल पहचान मिल गई। इसे 20 से ज्यादा भाषाओं में इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी का दावा है कि इस ऐप का ग्लोबली 60 मिलियन यानी 6 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स है। इसे 100 देशों में इस्तेमाल किया जाता है और यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बन गया है।

Swiggy

Swiggy एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप है जिसे साल 2014 में एक स्टार्टअप कंपनी के तौर पर लॉन्च किया गया था। इस समय यह देश के 300 से ज्यादा शहरों में सेवा दे रहा है। इस स्टार्टअप के फाउंडर श्रीहर्षा मजेटी, नंदन रेड्डी और राहुल जैमिनी हैं। स्वीगी का कुल रेवेन्यू 10 बिलियन डॉलर यानी 5,705 करोड़ रुपये से ज्यादा है।