
MakeMyTrip भारत की लोकप्रिय ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों में से एक है। अब-तक आपने अपने कई ट्रैवल की बुकिंग मेक-माई-ट्रिप वेबसाइट प ऐप के माध्यम से की होगी। वहीं, अब जल्द ही यह प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को शानदार नई सुविधा देने वाला है। यह नई सुविधा खासतौर पर उन यूजर्स को ध्यान में रखकर लाई जाएगी, जिन्हें स्मार्टफोन या फिर कंप्यूटर पर ऑनलाइन बुकिंग करना एक झंझट का काम लगता है। ऐसे यूजर्स की समस्या को दूर करते हुए, MakeMyTrip अपने प्लेटफॉर्म पर वॉइस असिस्टेंट की सुविधा लाने जा रहा है। इसकी मदद से यूजर्स बोलकर ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग कर सकेंगे। आइए जानते हैं डिटेल्स।
Gadgetsnow की लेटेस्ट रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि MakeMyTrip ने Microsoft के साथ कॉलेब्रेशन किया है। इस कॉलेब्रेशन में कंपनी की प्लानिंग है कि वह AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल कर प्लेटफॉर्म पर वॉइस-असिस्टेंट सर्विस शुरू करेगी, जिसकी मदद से यूजर्स भारतीय भाषाओं में अपनी छुट्टियों की बुकिंग कर सकेंगे।
शुरुआती दौर में इस फीचर का एक्सेस टेस्टिंग के लिए एक छोटे ग्रुप को प्रोवाइड किया जाएगा, जिसमें वह वॉइस-असिस्टेंट के जरिए हिंदी व इंग्लिश भाषा में अपनी ट्रैवल बुकिंग बोलकर करेंगे। जैसे कि यह कंफर्म हो जाएगा कि फीचर पूरी तरह से सही है और इसमें किसी तरह का बग मौजूद नहीं वैसे ही इसे सभी यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया जाएगा। कंपनी इस सुविधा को अन्य भारतीय भाषाओं में भी एक्सपेंड करना चाहती है, जिसमें भोजपुरी जैसी क्षेत्रिय भाषाएं भी शामिल होंगी।
इस नई टेक्नोलॉजी के लिए माइक्रोसॉफ्ट मेक माई ट्रिप के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर AI की सुविधा प्रोवाइड करेगा। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी Azure OpenAI और Azure Cognitive Services की टेक्नोलॉजी ट्रैवल वेबसाइट को देगी, जिसकी मदद से ग्राहक बोलकर प्लेटफॉर्म पर अपनी घूमने-फिरने की बुकिंग करा सकेंगे। यह टेक्नोलॉजी ग्राहक के इनपुट्स के आधार पर पर्सनलाइज्ड ट्रैवल सुधाव देगी, जिसमें उनका बजट, एक्टिविटी, अवसर, ट्रैवल का समय आदि शामिल होंगे।
टेक जाइंट Microsoft इंडस्ट्री में अपनी धाक जमाने के लिए नई इंटेलिजेंस चिप तैयार कर रही है, जिसका कोड ‘Athena’ है। लीक रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह अपकमिंग चिप ChatGPT जैसे चैटबॉट में इस्तेमाल होने वाली टेक्नोलॉजी को पावर प्रदान करेगी। बता दें कि कंपनी ओपनएआई के साथ मिलकर 2019 से चिप पर काम कर रही है और इसकी टेस्टिंग कर्मचारियों के छोटे ग्रुप के द्वारा की गई है। चिप का इस्तेमाल लार्ज-लैंग्वेज मॉडल को ट्रेन करने के लिए किया जाएगा। जैसा कि चैटजीपीटी में डेटा को प्रोसेस करने, पैटर्न की पहचान करने और ह्यूमन चैट की नकल करने के लिए उपयोग किया जाता है। कंपनी को उम्मीद है कि चिप आने वाले समय में अमेजन और गूगल को कड़ी टक्कर देने के साथ बेहतर परफॉर्म करेगी।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Manisha
Select Language