
ChatGPT AI जैसे चैटबॉट का इस्तेमाल आजकल हैकर्स क्रिप्टो अकाउंट्स में सेंध लगाने के लिए कर रहे हैं। साइबर सिक्योरिटी फर्म Sophos की नई रिसर्च के मुताबिक, इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स का इस्तेमाल क्रिप्टो करेंसी चुराने के लिए किया जा रहा है। रिसर्च फर्म ने CryptoRomScams से जुड़े नए तथ्य पेश किए हैं, जिनमें हैकर्स द्वारा क्रिप्टो अकाउंट हैक करने के लिए कैंपेन चलाए जा रहे हैं। क्रिप्टो यूजर्स से फर्जी क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करने के लिए कहा जा रहा है।
सिक्योरिटी फर्म के मुताबिक, Android और iOS यूजर्स को क्रिप्टो असेट में इन्वेस्ट करने के लिए जाल बिछाया जा रहा है। इस रिपोर्ट में ChatGPT जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल के इस्तेमाल करके गूगल और एप्पल के सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को ब्रीच करने की बात कही गई है।
Sophos साइबर सिक्योरिटी फर्म की थ्रेट इंटेलिजेंस यूनिट X-Ops ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाले यूजर्स को आगाह करते हुए कहा है कि हैकर्स ChatGPT का इस्तेमाल करके क्रिप्टो कम्युनिटी के सदस्यों को टारगेट कर रहे हैं। इसके लिए हैकर्स डेटिंग ऐप्स, लैंग्वेज शेयरिंग ऐप्स आदि का सहारा लेकर WhatsApp कन्वर्सेशन में पहुंच जाते हैं। इसके बाद यूजर को एक बड़ा मैसेज रिसीव होता है, जिसे AI Chat टूल के लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) के द्वारा भेजा जाता है।
कन्वर्सेशन शुरू होने के बाद CryptoRom हैकर्स यूजर को क्रिप्टो ऐप्स के फर्जी लिंक भेजते हैं। ChatGPT टूल के माध्यम से यूजर्स से कन्वर्सेशन की जाती है और जानबूझ कर लंबी खींची जाती है। Sophos ने इस तरह के कई फर्जी ऐप्स को गूगल और एप्पल के ऐप स्टोर पर आइडेंटिफाई किया है।
सिक्योरिटी फर्म के रिसर्चर सीन गालाघेर (Sean Gallagher) का कहना है कि ये ऐप्स आसानी से रिसाइलल और दोबार यूज किए जा सकते हैं। रिसर्च टीम ने गूगल और एप्पल को इन ऐप्स के बारे में आगाह किया है। इस तरह के कई और ऐप्स आने वाले दिनों में पॉप-अप हो सकते हैं। साइबर अपराधी यूजर्स के क्रिप्टो अकाउंट की जानकारियां इकट्ठा करने के साथ-साथ उन्हें धमकाते भी हैं और नए तरीकों से धमकी देने की कोशिश करते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर क्रिमिनल्स इस तरह के 7 नए क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट ऐप्स की गूगल और एप्पल ऐप स्टोर पर लिस्ट कर चुके हैं। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI के मुताबिक, 2022 में इन्वेस्टमेंट फ्रॉड की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। अमेरिका में ही पिछले साल 3.31 बिलियन डॉलर का चूना यूजर्स को लगाया गया है, जो 2021 के 2.57 बिलियन के मुकाबले 183 प्रतिशत ज्यादा है।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Harshit Harsh
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