
Google Messages ने एक नया फीचर टेस्ट करना शुरू किया है जिससे अब एंड्रॉयड यूजर iPhone यूजर को भेजे गए RCS मैसेज को भी एडिट कर सकेंगे। पहले यह सुविधा सिर्फ एंड्रॉयड-से-एंड्रॉयड चैट में उपलब्ध थी। RCS (Rich Communication Services) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके दोनों प्लेटफॉर्म के बीच मैसेजिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाया जा रहा है। हालांकि iPhone यूजर अभी भी एंड्रॉयड यूजर को भेजे गए मैसेज को एडिट नहीं कर सकते हैं। इसके लिए Apple को अपने iMessage ऐप में बदलाव करने की जरूरत होगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, एंड्रॉयड फोन से भेजे गए एडिटेड मैसेज iPhone पर सीधे एडिटेड फॉर्म में नहीं दिखते। बल्कि ओरिजिनल मैसेज के बाद एक नया मैसेज दिखाई देता है जिसमें बदलाव किया गया होता है और उसके साथ एक * (स्टार) लगा होता है। इसका मतलब है कि iOS यूजर्स को अभी तक एडिटेड मैसेज का रियल-टाइम एक्सपीरियंस नहीं मिल रहा है। यह दर्शाता है कि Apple ने Universal Profile 3.0 के नए फीचर्स को अभी तक पूरी तरह से अपने सिस्टम में शामिल नहीं किया है।
#GoogleMessages now allows Android users to edit messages sent to iPhones! 📱➡️🍎
Key points:
Edits possible in individual & group chats.
15-minute editing window.
Edited messages on iPhones show an asterisk (*).
iPhone users can’t yet edit RCS messages sent to Android. pic.twitter.com/KM2OnKwRRJ— Azaz Khan (@thenameisazaz) July 2, 2025
Google यह नया फीचर धीरे-धीरे सभी यूजर्स के लिए रोलआउट कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, यह सुविधा कुछ चुनिंदा एंड्रॉयड यूजर्स को मिल रही है और इसे एक “server-side switch” के जरिए एक्टिव किया जा रहा है। यानी यह जरूरी नहीं है कि Google Messages का लेटेस्ट वर्जन होने पर भी ये फीचर तुरंत उपलब्ध हो। यूजर्स को इंतजार करना पड़ सकता है जब तक यह उनके अकाउंट में एक्टिव न हो जाए।
Android और iPhone दोनों प्लेटफॉर्म पर मैसेज भेजने के बाद उसे एडिट करने की समय सीमा 15 मिनट है, ठीक वैसे ही जैसे iMessage और Google Messages में पहले से था। लेकिन Apple की ओर से इस नए बदलाव को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। Universal Profile 3.0 के तहत आने वाले दो अहम फीचर मैसेज एडिटिंग और एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन तब तक iOS यूजर्स को पूरी सुविधा नहीं देंगे जब तक Apple अपने सिस्टम को अपडेट नहीं करता। यह बदलाव दोनों प्लेटफॉर्म के यूजर्स के लिए एक बड़ा कदम हो सकता है, लेकिन इसके लिए Apple को भी Google की तरह पहल करनी होगी।
Author Name | Ashutosh Ojha
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