Written By Ajay Verma
Published By: Ajay Verma | Published: May 22, 2023, 01:10 PM (IST)
आज के समय में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ने के साथ डेटा चोरी की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। हैकर्स अलग-अलग तरीकों का उपयोग करके लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। इन ही में से एक तरीका मैलवेयर है, जिसके जरिए हैकर यूजर का सारा डेटा चुरा लेते हैं। इससे जुड़ी एक नई रिपोर्ट सामने आई है। इससे नए मैलवेयर ‘Guerrilla’ का पता चला है, जो यूजर का डेटा लीक करने के साथ-साथ बैटरी की यूसेज को बढ़ा देता है और लगातार ऐड दिखाने लगता है। इससे भारत, इंडोनेशिया, मैक्सिको, थाईलैंड, रूस और अमेरिका सहित कई देशों के एंड्रॉइड फोन प्रभावित हैं। और पढें: 2023 के 10k से 1.5 Lakh तक Best Smartphones, देखें Tech Experts की राय
सिक्योरिटी फर्म Trend Micro ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि लगभग 8.9 मिलियन एंड्रॉइड फोन गुरिल्ला मैलवेयर से प्रभावित हैं। यह मैलवेयर Triada मैलवेयर से मिलता-जुलता है, जिसे साल 2016 में डिटेक्ट किया गया था। और पढें: Android यूजर्स को सरकार की चेतावनी, फेक ऐप से फोन हो रहे हैक
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि गुरिल्ला मैलवेयर स्मार्टफोन की यूसेज को बहुत बढ़ा देता है, जिससे बैटरी तेजी से खत्म होने लगती है। इसके अलावा, फोन की प्रोसेसिंग स्पीड भी स्लो हो जाती है और यूजर्स को लगातार विज्ञापन दिखने लगते हैं। और पढें: Vivo Y56 5G खरीदने से पहले इस्तेमाल कर पाएंगे, इसमें है 50MP का कैमरा और 5000mAh की बैटरी
हालांकि, रिपोर्ट में मैलवेयर से प्रभावित किसी भी फोन के नाम या उसके मॉडल नंबर का उल्लेख नहीं किया गया है। बता दें कि इस मैलवेयर को साल 2018 में पहली बार कई ऐप्स में स्पॉट किया गया था, जिन्हें गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड किया गया था।
ट्रेंड माइक्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, Guerrilla मैलवेयर को लेमन ग्रुप ने तैयार किया है। यह कमांड एंड कंट्रोल सर्वर के जरिए शिकार हुए यूजर के फोन में अन्य मैलिशियस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके डेटा चुरा लेता है। वहीं, यह मैलवेयर पॉपुलर मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप (WhatsApp) को भी कंट्रोल करने में सक्षम है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया और नॉर्थ अमेरिका के स्मार्टफोन क्रमशः 55.26 प्रतिशत और 16.93 प्रतिशत प्रभावित हुए हैं। मालवेयर से सबसे ज्यादा प्रभावित देश अंगोला, अर्जेंटीना, भारत, इंडोनेशिया, मैक्सिको, रूस, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड, फिलीपींस और अमेरिका हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल की शुरुआत में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी और थाईलैंड के डिजिटल अर्थव्यवस्था व समाज मंत्रालय ने ऐसे 203 ऐप का पता लगाया था, जो मैलवेयर से प्रभावित थे।
रिपोर्ट में बताया गया कि ये ऐप यूजर का निजी डेटा चुरा रहे थे। साथ ही, यूजर की बैकिंग डिटेल भी लीक कर रहे थे। अब इन मोबाइल ऐप्स को गूगल प्ले-स्टोर से हटा दिया गया है।