Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Nov 06, 2025, 12:53 PM (IST)
भारत में 5G नेटवर्क को और बेहतर बनाने के लिए Airtel ने अब अपने नेटवर्क को 5G Advanced टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ाना शुरू कर दिया है। कंपनी ने बताया कि उसने ड्यूल-मोड 5G नेटवर्क (NSA + SA) की शुरुआत कर दी है। यह सिस्टम आने वाले समय की 5G सेवाओं की नींव बनेगा। यह जानकारी Airtel ने जुलाई से सितंबर 2025 (Q2 FY25) की अपनी निवेशक कॉल में दी। इस ड्यूल-मोड नेटवर्क के जरिए Airtel अब अपने यूजर्स को दोनों तरह के 5G नेटवर्क का फायदा देगा, एक वो जो 4G पर चलता है (NSA नेटवर्क) और दूसरा जो पूरी तरह 5G इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित (SA नेटवर्क) है।
Airtel के मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विट्टल ने जानकारी दी कि कंपनी ने अपने Fixed Wireless Access (FWA) ग्राहकों को नए ड्यूल-मोड 5G नेटवर्क पर माइग्रेट करना शुरू कर दिया है। अभी तक Airtel ने भारत के 13 सर्किल्स में SA आधारित ड्यूल-मोड 5G नेटवर्क एक्टिव किया है। वहीं कुछ सर्किलों में NSA + SA नेटवर्क का पायलट प्रोजेक्ट भी चल रहा है। कंपनी का कहना है कि आने वाले महीनों में यह ड्यूल-मोड नेटवर्क व्यावसायिक तौर पर लॉन्च किया जाएगा ताकि बढ़ते 5G ट्रैफिक को संभालने और बेहतर स्पीड देने में मदद मिल सके।
5G नेटवर्क के दो प्रमुख मॉडल होते हैं, NSA (Non-Standalone) और SA (Standalone)। NSA नेटवर्क मौजूदा 4G इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित होता है, जो तेज़ स्पीड देने के लिए 5G इंटरफेस का उपयोग करता है। जबकि SA नेटवर्क पूरी तरह से स्वतंत्र 5G उपकरणों और सिस्टम पर चलता है, जिससे कनेक्शन और भी स्थिर और तेज मिलता है। Airtel का नया NSA + SA ड्यूल नेटवर्क दोनों का मिश्रण है, यानी ग्राहकों को 4G की स्थिरता और 5G की स्पीड एक साथ मिलेगी। वहीं Airtel का मुख्य प्रतिद्वंदी Reliance Jio पहले से ही अपने 5G SA नेटवर्क पर काम कर रहा है।
मार्च 2025 में Airtel ने Ericsson और Volvo Group के साथ मिलकर भारत में 5G Advanced नेटवर्क पर आधारित एक रिसर्च पार्टनरशिप की घोषणा की थी। इस पार्टनरशिप का उद्देश्य था, Extended Reality (XR), Digital Twin और Artificial Intelligence (AI) जैसी टेक्नोलॉजी को इंडस्ट्री 4.0 और इंडस्ट्री 5.0 के तहत आगे बढ़ाना। Airtel ने इस सहयोग के तहत अपने 5G Advanced नेटवर्क की शुरुआत इंडस्ट्रियल XR एप्लिकेशंस के लिए की थी। अब कंपनी का यह कदम भारत में 5G सेवाओं को अगले स्तर पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो आने वाले समय में यूज़र्स को और तेज, स्थिर और स्मार्ट मोबाइल एक्सपीरियंस देगा।