
Toyota Innova Flex Fuel: केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने दुनिया के पहले इथेनॉल पावर्ड हाइब्रिड कार Toyota Innova Flex Fuel का प्रोटोटाइप पेश किया है। यह कार पूरी तरह से इथेनॉल ईंधन से चलेगी। इथेनॉल को एग्रीकल्चरल वेस्ट जैसे कि गन्ने, मक्के, जौ आदि से तैयार किया जाता है। इस ईंधन को तैयार करने में कम लागत लगती है। साथ ही, इससे निकलने वाले धुएं से प्रदूषण भी कम होता है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी साल 2004 से ही देश में इथेनॉल जैसे स्वच्छ ईंधन की बात कर रहे हैं। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री ब्राजील भी गए थे, जहां इस्तेमाल होने वाले 70 प्रतिशत वाहनों में इथेनॉल का इस्तेमाल किया जाता है।
नितिन गडकरी ने टोयोटा क्रिलोस्कर की इस कार के प्रोटोटाइप को पेश करते हुए कहा कि भारत में इथेनॉल के प्रोडक्शन की बड़ी संभावनाएं हैं। इसे पेड़-पौधों से निकलने वाले वेस्ट यानी पराली को 2G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है। उत्तर भारत में इसे जलाने से भारी मात्रा में प्रदूषण होता है। इसके अलावा इथेनॉल में पेट्रोल-डीजल के मुकाबले ज्यादा ऑक्टेन होता है, जो कार की इंजन को ज्यादा पावर प्रदान करता है। साथ ही इसकी परफॉर्मेंस को बेहतर बनाता है। हालांकि, फ्लेक्स फ्यूल यानी इथेनॉल से चलने वाली गाड़ियों की फ्यूल इफिशिएंसी पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों से कम होती है।
𝐘𝐞𝐭 𝐚𝐧𝐨𝐭𝐡𝐞𝐫 𝐫𝐞𝐦𝐚𝐫𝐤𝐚𝐛𝐥𝐞 𝐦𝐢𝐥𝐞𝐬𝐭𝐨𝐧𝐞 𝐢𝐧 𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚’𝐬 𝐚𝐮𝐭𝐨𝐦𝐨𝐭𝐢𝐯𝐞 𝐢𝐧𝐝𝐮𝐬𝐭𝐫𝐲!
Launched the 𝐰𝐨𝐫𝐥𝐝’𝐬 𝐟𝐢𝐫𝐬𝐭 𝐩𝐫𝐨𝐭𝐨𝐭𝐲𝐩𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐁𝐒 𝟔 𝐒𝐭𝐚𝐠𝐞 𝐈𝐈 ‘𝐄𝐥𝐞𝐜𝐭𝐫𝐢𝐟𝐢𝐞𝐝 𝐅𝐥𝐞𝐱 𝐅𝐮𝐞𝐥 𝐕𝐞𝐡𝐢𝐜𝐥𝐞’,… pic.twitter.com/eRR1kM03Pb
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023
फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी के जरिए गाड़ियों के इंजन में पेट्रोल या गेसोलीन के साथ इथेनॉल (20 प्रतिशत तक) मिला जाता है। फिलहाल ब्राजील में इथेनॉल ब्लेंडिंग का एवरेज 48 प्रतिशत तक है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। इन दिनों भारत में कार बनाने वाली कई कंपनियां E20 फ्यूल कम्पैटिबिलिटी यानी फ्लेक्स फ्यूल कम्पैटिबलिटी ऑफर कर रही है। सरकार 2025 तक 20 प्रतिशत तक इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य प्राप्त करना चाहती है। फिलहाल देश के 3,300 पेट्रोल पंप पर E20 फ्यूल उपलब्ध है। केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक, पिछले 9 साल में भारत में इथेनॉल मिक्स (पेट्रोल) की खपत 1.53 प्रतिशत से बढ़कर 11.5 प्रतिशत तक हो गई है।
Innova Flex Fuel (Ethanol) MPV के इंटीरियर और एक्सटीरियर में कोई कॉस्मैटिक बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। इसमें 2.0 लीटर का फ्लेक्स-फ्यूल हाइब्रिड इंजन मिलेगा, जो 100 प्रतिशत (93 प्रतिशत) इथेनॉल को सपोर्ट कर सकता है। इनोवा की यह कार पूरी तरह से स्वच्छ इंजन से चलेगी, जिसमें 40 प्रतिशत बायो इथेनॉल और 60 प्रतिशत इलेक्ट्रिफाइड एनर्जी का इस्तेमाल होगा। फ्लेक्स फ्यूल की वजह से कार के माइलेज में जो कमी आएगी, उसे इलेक्ट्रिक एनर्जी से पूरा किया जा सकेगा।
यह दुनिया की पहली कार है, जिसमें ओल्ड स्टार्ट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। इसकी वजह से यह कार माइनस 15 डिग्री सेंटिग्रेट तापमान में भी स्टार्ट हो जाएगी। इथेनॉल फ्यूल ज्यादा मात्रा में पानी एब्जॉर्व करता है, जिसकी वजह से गाड़ियों के कंपोनेंट में जंग लगने का खतरा रहता है, लेकिन इनोवा की इस कार मे इस्तेमाल किए गए पुर्जे वाटर रेसिस्टेंट हैं। इसकी वजह से इसमें जंग लगने का खतरा नहीं रहेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने इस कार को पेश करते हुए कहा कि अगले 3 महीने में भारत में 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। हमारे देश के इथेनॉल प्रोडक्शन करने वाली कंपनियों के पास ऐसी क्षमता है। भारत आने वाले दिनों में दुनिया का सबसे बड़ा इथेनॉल प्रोड्यूसर बन सकता है।
केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मेरा सपना है कि सभी कार, बाइक्स और ऑटो 100 प्रतिशत इथेनॉल से चले। फ्लेक्स फ्यूल यानी इथेनॉल से चलने वाली Innove MPV BS6 (Flex Fuel) को आने वाले कुछ सालों में भारतीय बाजार में लॉन्च किया जाएगा।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Harshit Harsh
Select Language