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Toyota Innova Flex Fuel: दुनिया की पहली 'इलेक्ट्रिक फ्लेक्स फ्यूल' कार से उठा पर्दा

Toyota Innova Flex Fuel से पर्दा उठ गया है। टोयोटा की यह कार इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी पर काम करती है और इसके सभी पार्ट्स वाटर रेसिस्टेंट हैं।

Published By: Harshit Harsh

Published: Aug 29, 2023, 04:09 PM IST | Updated: Aug 29, 2023, 04:12 PM IST

Innove-Flex-Fuel

Story Highlights

  • Toyota Innova Flex Fuel कार से पर्दा उठ गया है।
  • टोयोटा की यह कार इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी पर काम करती है।
  • यह दुनिया की पहली कार है, जो इस तरह की टेक्नोलॉजी के साथ आई है।

Toyota Innova Flex Fuel: केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने दुनिया के पहले इथेनॉल पावर्ड हाइब्रिड कार Toyota Innova Flex Fuel का प्रोटोटाइप पेश किया है। यह कार पूरी तरह से इथेनॉल ईंधन से चलेगी। इथेनॉल को एग्रीकल्चरल वेस्ट जैसे कि गन्ने, मक्के, जौ आदि से तैयार किया जाता है। इस ईंधन को तैयार करने में कम लागत लगती है। साथ ही, इससे निकलने वाले धुएं से प्रदूषण भी कम होता है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी साल 2004 से ही देश में इथेनॉल जैसे स्वच्छ ईंधन की बात कर रहे हैं। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री ब्राजील भी गए थे, जहां इस्तेमाल होने वाले 70 प्रतिशत वाहनों में इथेनॉल का इस्तेमाल किया जाता है।

नितिन गडकरी ने टोयोटा क्रिलोस्कर की इस कार के प्रोटोटाइप को पेश करते हुए कहा कि भारत में इथेनॉल के प्रोडक्शन की बड़ी संभावनाएं हैं। इसे पेड़-पौधों से निकलने वाले वेस्ट यानी पराली को 2G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है। उत्तर भारत में इसे जलाने से भारी मात्रा में प्रदूषण होता है। इसके अलावा इथेनॉल में पेट्रोल-डीजल के मुकाबले ज्यादा ऑक्टेन होता है, जो कार की इंजन को ज्यादा पावर प्रदान करता है। साथ ही इसकी परफॉर्मेंस को बेहतर बनाता है। हालांकि, फ्लेक्स फ्यूल यानी इथेनॉल से चलने वाली गाड़ियों की फ्यूल इफिशिएंसी पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों से कम होती है।

क्या है फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी?

फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी के जरिए गाड़ियों के इंजन में पेट्रोल या गेसोलीन के साथ इथेनॉल (20 प्रतिशत तक) मिला जाता है। फिलहाल ब्राजील में इथेनॉल ब्लेंडिंग का एवरेज 48 प्रतिशत तक है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। इन दिनों भारत में कार बनाने वाली कई कंपनियां E20 फ्यूल कम्पैटिबिलिटी यानी फ्लेक्स फ्यूल कम्पैटिबलिटी ऑफर कर रही है। सरकार 2025 तक 20 प्रतिशत तक इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य प्राप्त करना चाहती है। फिलहाल देश के 3,300 पेट्रोल पंप पर E20 फ्यूल उपलब्ध है। केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक, पिछले 9 साल में भारत में इथेनॉल मिक्स (पेट्रोल) की खपत 1.53 प्रतिशत से बढ़कर 11.5 प्रतिशत तक हो गई है।

Innova Flex Fuel (Ethanol) MPV

Innova Flex Fuel (Ethanol) MPV के इंटीरियर और एक्सटीरियर में कोई कॉस्मैटिक बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। इसमें 2.0 लीटर का फ्लेक्स-फ्यूल हाइब्रिड इंजन मिलेगा, जो 100 प्रतिशत (93 प्रतिशत) इथेनॉल को सपोर्ट कर सकता है। इनोवा की यह कार पूरी तरह से स्वच्छ इंजन से चलेगी, जिसमें 40 प्रतिशत बायो इथेनॉल और 60 प्रतिशत इलेक्ट्रिफाइड एनर्जी का इस्तेमाल होगा। फ्लेक्स फ्यूल की वजह से कार के माइलेज में जो कमी आएगी, उसे इलेक्ट्रिक एनर्जी से पूरा किया जा सकेगा।

यह दुनिया की पहली कार है, जिसमें ओल्ड स्टार्ट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। इसकी वजह से यह कार माइनस 15 डिग्री सेंटिग्रेट तापमान में भी स्टार्ट हो जाएगी। इथेनॉल फ्यूल ज्यादा मात्रा में पानी एब्जॉर्व करता है, जिसकी वजह से गाड़ियों के कंपोनेंट में जंग लगने का खतरा रहता है, लेकिन इनोवा की इस कार मे इस्तेमाल किए गए पुर्जे वाटर रेसिस्टेंट हैं। इसकी वजह से इसमें जंग लगने का खतरा नहीं रहेगा।

केन्द्रीय मंत्री ने इस कार को पेश करते हुए कहा कि अगले 3 महीने में भारत में 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। हमारे देश के इथेनॉल प्रोडक्शन करने वाली कंपनियों के पास ऐसी क्षमता है। भारत आने वाले दिनों में दुनिया का सबसे बड़ा इथेनॉल प्रोड्यूसर बन सकता है।

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केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मेरा सपना है कि सभी कार, बाइक्स और ऑटो 100 प्रतिशत इथेनॉल से चले। फ्लेक्स फ्यूल यानी इथेनॉल से चलने वाली Innove MPV BS6 (Flex Fuel) को आने वाले कुछ सालों में भारतीय बाजार में लॉन्च किया जाएगा।

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Author Name | Harshit Harsh

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