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TikTok Banned: कई देशों के लिए टिक-टॉक बना खतरा, लगा बैन

TikTok Banned: चीनी सोशल मीडिया और वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म TikTok पर कई देशों ने बैन लगा दिया है। इस वीडियो शेयरिंग ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है।

Published By: Harshit Harsh | Published: Mar 03, 2023, 10:03 AM (IST)

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Highlights

  • TikTok ऐप को अमेरिका के बाद कनाडा और यूरोप में भी बैन किया गया है।
  • चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सबसे पहले भारत ने बैन किया था।
  • इस ऐप को सुरक्षा एजेंसियों ने डेटा प्राइवेसी के लिए खतरनाक बताया है।
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TikTok शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप पर अमेरिका के बाद कनाडा और यूरोप में भी बैन लग गया है। यूके और कनाडा की पार्लियामेंट ने इस ऐप को अपने देश में बैन करने का फैसला किया है। इससे पहले साल 2020 में भारत ने इस चीनी ऐप को यूजर्स डेटा चोरी और देश की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने की वजह से बैन कर दिया था। अमेरिका, कनाडा और यूरोप समेत कई और देशों ने भी टिक-टॉक पर यूजर्स की डेटा चोरी की वजह से पैन लगाया है। अमेरिकी और कनाडा की सरकार ने चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप को मोबाइल डिवाइस में प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी का खतरा मानते हुए बैन करने के आदेश दिए हैं। news और पढें: TikTok पर अब इस देश ने भी लगाया बैन, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बना खतरा

TikTok वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म को चीनी कंपनी Bytedance ने डेवलप किया है। चीनी कंपनी पर यूजर्स डेटा को चीन की सरकार के साथ शेयर करने का आरोप है। यही वजह है कि कई देशों में टिक-टॉक को बैन कर दिया है।

भारत

भारत ने टिकटॉक पर साल 2020 में बैन लगाया था। टिक-टॉक के साथ-साथ कंपनी ने अन्य चीनी ऐप्स WeChat आदि को प्राइवेसी और सिक्योरिटी की वजह से बैन किया था। भारत सरकार ने चीनी कंपनियों को बैन के खिलाफ अपील करने का भी मौका दिया था, लेकिन जनवरी 2021 तक इन कंपनियों की तरफ से संतोषजनक जबाब नहीं मिलने पर परमानेंटली बैन लगा दिया गया।

ताइवान

पिछले साल दिसंबर 2022 में ताइवान ने भी TikTok ऐप पर बैन लगा दिया। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने टिक-टॉक को राष्ट्रीय सुरक्षा का खतरा बताते हुए चेतावनी जारी किया था। साथ ही, यह भी कहा था कि टिक-टॉक की वजह से सरकारी डिवाइसेज, जिनमें मोबाइल फोन, टैबलेट्स, और डेस्कटॉप कम्यूटर्स में चीनी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नही करना है। FBI की इस चेतावनी के बाद ताइवान ने भी इस ऐप पर बैन लगा दिया था।

अमेरिका

अमेरिकी जो बाइडेन की सरकार ने सरकारी एजेंसियों को 30 दिनों के अंदर अपने डिवाइसेज से TikTok समेत चीनी सॉफ्टवेयर और ऐप्स को हटाने के लिए कहा है। चीनी ऐप्स और सॉफ्टवेयर किसी भी देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। अमेरिका के 50 से ज्यादा राज्यों में इस ऐप को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।

कनाडा

अमेरिका के बाद कनाडा सरकार ने भी चीनी ऐप को सरकारी डिवाइसेज से हटाने का आदेश जारी किया है। सरकार ने एंजेसियों को TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। साथ ही, कर्मचारियों को ऐप डाउनलोड करने से मना कर दिया है।

यूरोपीय यूनियन

यूरोपीय संसद और यूरोपीय कमीशन के साथ यूरोपीय काउंसिल ने TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इन एजेंसियों के कर्मचारी पर टिकटॉक इस्तेमाल और डाउनलोड करने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। 20 मार्च तक सभी को अपने डिवाइसेज से इसे अनइंस्टॉल करने के लिए कहा गया है।

इन देशों के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने भी टिकटॉक पर बैन लगा दिया है। इस्लामी कट्टरपंथी देशों ने TikTok और PUBG जैसे गेम्स को युवाओं के लिए गलत बताया है। पाकिस्तान में अब तक 4 से ज्यादा बार इस ऐप को टेम्पोररली बैन किया जा चुका है।